*अधिवक्ताओं ने किया एसएसपी कार्यालय का घेराव* *पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी* राजधानी रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय में दोपहर अचानक अधिवक्ताओं ने घेराव कर दिया, सैकड़ो की संख्या में एडवोकेट एसपी कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करने लगे |
अधिवक्ताओं से प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना तेलीबांधा के किसी प्रकरण में गिरफ्तार महिला जिसे न्यायालय में पेश किया गया था उसे छुड़ाने का प्रयास करने वाले अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर और अजय साहू की न्यायालय में उक्त महिला को पेश करने आए तेलीबांधा थाने के सिपाहियों से बहस हो गई, उपरोक्त दोनों अधिवक्ताओं ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनसे मारपीट की है पुलिस द्वारा मारपीट की सूचना पर गुस्साए सभी वकील न्यायालय परिसर से एकत्र होकर सीधा एसएसपी लाल उमेश सिंह के कार्यालय पहुंच पुलिस के खिलाफ नारीबाजी करने लगे | अधिवक्ताओं के प्रतिनिधि मंडल से एसएसपी लाल उमेंद्र सिंह ने चर्चा की, उनका ज्ञापन लेकर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया | रायपुर बार एसोसिएशन के अध्यक्ष हितेंद्र तिवारी ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने पुलिस द्वारा अधिवक्ताओं से की गई मारपीट की जांच कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है | सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार तेलीबांधा थाने द्वारा एक महिला को धारा 151 में गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया था, जहां उक्त अभियुक्त महिला के अधिवक्ताओं के प्रयास के बावजूद महिला को जमानत नहीं मिली, न्यायालय के आदेश अनुसार जेल वारंट के आधार पर तेलीबांधा थाने की पुलिस जब उसे जेल पहुंचाने ले जाने लगी तो कुछ अधिवक्ताओं ने उक्त अभियुक्त महिला को लेकर पुलिस से बहस की, उसे जेल ले जाने से रोका, महिला के परिजनों को बुला लिया, पुलिस स्टाफ द्वारा जब कहा गया कि न्यायालय के आदेश पर हमें जेल पहुंचाने में देरी हो रही है, आप हमे जाने दीजिए तो भी अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर एवं अधिवक्ता अजय साहू ने गिरफ्तार महिला को पुलिस गाड़ी में बैठने नहीं दिया , अधिवक्ताओं द्वारा जबरन रोके जाने की सूचना पुलिस स्टाफ द्वारा तेलीबांधा थाने को दी गई | सूचना पर तेलीबांधा थाने की सब इंस्पेक्टर चित्ररेखा एवं एएसआई संतोष यादव न्यायालय परिसर में जहां वकीलों द्वारा अभियुक्त महिला को जेल जाने से रोका जा रहा था वहां पहुंचे, दोनों ने अधिवक्ता हिमांशु ठाकुर और अजय साहू को समझाने का प्रयास किया कि न्यायालय द्वारा जेल वारंट जारी किया जा चुका है आप पुलिस के काम में बाधा ना डालें, इसके बावजूद भी अधिवक्ताओं ने उनकी बात नहीं मानी और मोबाइल से वीडियो बनाना शुरू कर दिया साथ ही सब इंस्पेक्टर चित्ररेखा को कोर्ट में देख लेने की धमकी दी | अधिवक्ताओं द्वारा पुलिस को देख लेने की धमकी देने और तू तड़ाक से बात करने के कारण कार्यवाही करने उन्हें तेलीबांधा पुलिस द्वारा थाने लाया गया जहां दोनों अधिवक्ताओं ने अपने कृत्य के लिए माफी मांग कर जुर्म दर्ज न करने का आग्रह किया जिस पर थाने से उन्हें बिना कार्रवाई किए जाने दिया गया | अब यह तो जांच का विषय है कि सही में हुआ क्या था ? cg24news.in