रायपुर नगर निगम के इतिहास में दूसरी बार कोई महिला महापौर बनेगी
कांग्रेस से किरणमयी नायक 5 जनवरी 2010 से 7 जनवरी 2015 तक रायपुर नगर निगम की पहली महिला महापौर बनी थी |
रायपुर नगर निगम में दूसरी बार कोई महिला महापौर बनेगी, रायपुर नगर निगम सामान्य महिला घोषित होते ही महिलाओं में खुशी की लहर दौड़ गई महिलाएं आपस में एक दूसरे को बधाई देने लगी जबकि किसी को नहीं मालूम कि कौन महापौर का प्रत्याशी बनेगा और कौन जीतेगा बहरहाल कोई भी बने लेकिन जनवरी 2025 से जनवरी 2030 तक रायपुर नगर निगम में महिला महापौर कुर्सी संभालेगी
आपको बता दें कि फरवरी 1980 में स्वरूप चंद रायपुर नगर निगम के महापौर जैन महापौर बने थे उसके बाद एस आर मूर्ति फिर फरवरी 1982 में स्वरूप चैन जैन दोबारा महापौर बने उनके बाद तरुण चटर्जी, संतोष अग्रवाल बलबीर जुनेजा के बाद तरुण चटर्जी 2000 से 2003 तक पुनः दोबारा महापौर बने, तरुण चटर्जी के बाद सुनील सोनी किरणमई नायक प्रमोद दुबे के बाद 2024 तक एजाज ढेबर ने महापौर के रूप में रायपुर नगर निगम की कमान संभाली |
अब यह दूसरा मौका होगा कि रायपुर नगर निगम को पुनः महिला महापौर मिलने वाली है |
प्रदेश के सभी नगर नगमों का आरक्षण तय होने के बाद रायपुर नगर निगम के महापौर प्रत्याशी की दौड़ में भाजपा की तरफ से श्रीमती मीनल चौबे का नाम सबसे ऊपर चल रहा है और आरक्षण स्थल पर मीडिया से बात करते हुए मीनल चौबे की खुशी इस बात की ओर इशारा कर रही है कि वह आश्वस्त हैं कि भारतीय जनता पार्टी उन्हें ही महापौर प्रत्याशी घोषित करेगी |
अब चुनाव आयोग द्वारा नगर निगमों के चुनाव की तिथि की घोषणा तथा पार्टी द्वारा प्रत्याशियों की घोषणा नहीं हो जाती तब तक कहा नहीं जा सकता की कौन भाजपा से प्रत्याशी होगा और कौन कांग्रेस से |
परंतु नगर निगम में 5 साल तक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका निभाने वाली श्रीमती मीनल चौबे नगर निगम की कार्य प्रणाली को बखूबी समझ चुकी हैं ऐसे में उनका 5 साल का अनुभव उन्हें भारतीय जनता पार्टी की ओर से महापौर प्रत्याशी बनने में सहयोगी साबित होगा |
परंतु इस सबके बावजूद जग जाहिर है कि भारतीय जनता पार्टी में कब क्या हो जाए, पार्टी किसे प्रत्याशी बना दे कहा नहीं जा सकता |