पर प्रकाश डाला गया
- 31 अक्टूबर तक राशन कार्ड का अंतिम अवसर दिया गया
- पिछले 8 महीनों में 94.69% और रामपुर में 89.45% कार्ड स्ट्रैटेज ने फर्ज़ीवाड़े रखे।
- 31 अक्टूबर के बाद 4 लाख 11 हजार 452 कार्ड ब्लॉक, इनका राशन बंद।
रायपुर। छत्तीसगढ़ में चार लाख 11 हजार 452 राशनकार्डधारी गायब हैं, जिनमें राजधानी रायपुर से 62 हजार लोग शामिल हैं। खाद्य विभाग ने चेतावनी दी है कि 31 अक्टूबर के बाद ऐसे राशनकार्ड ब्लॉक कर देंगे और इन कार्ड स्ट्रट्स के लिए चावल का उल्लेख नहीं किया जाएगा।
खाद्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, रायपुर में कुल 6 लाख 1 हजार 735 राशन कार्ड से 62 हजार 966 का कोई अता-पता नहीं है। प्रदेश में पिछले आठ महीने से राशनकार्ड का सत्यापन चल रहा है, लेकिन 4 लाख 11 हजार 452 कार्ड धारकों ने बार-बार आवेदन करने के लिए आवेदन नहीं किया है।
राशन कार्ड सत्यापन की अंतिम तिथि नहीं
इस बार खाद्य संचालनालय ने सत्यापन की अंतिम तिथि जारी नहीं की है, जिसके कारण अब तक प्रदेश में 94.69% और रायपुर में 89.45% कार्ड भंडार हैं। शासन ने सत्यापन की अवधि को पांच बार स्केल किया, फिर भी कई कार्ड धारकों ने सत्यापन नहीं किया, जिससे उन्हें पात्र माना जाएगा और उनके राशनकार्ड को रद्द करने की प्रक्रिया शुरू होगी।
प्रदेश में कुल 76 लाख 83 हजार 426 राशनकार्डधारी हैं, जिनमें से 71 लाख 1 हजार 332 के कार्ड प्रिंट हो गये हैं। सत्यापन की प्रक्रिया राशन सारणी और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से चल रही है, जबकि नए राशन कार्ड से जुड़े सामानों की खरीद फरोख्त की जा रही है।
राशनकार्ड के सत्यापन की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर तय की गई थी। शासन अब नई तारीख जारी नहीं की है। इसके बाद सत्यापन नहीं होने पर ग्राहकों के कार्ड रद्द कर दिए जाएंगे। भूपेन्द्र मिश्रा, नियंत्रक, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग
जानकारी देना अनिवार्य है
यदि ऐसे कार्डधारी पिरामिड निकाले गए हैं, तो उन्हें अपने सूचना विभाग को देने के लिए कहा जाएगा। विभाग को खतरा है कि ये राशनकार्ड फर्जी हो सकते हैं। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि एक बार कार्ड ब्लॉक होने के बाद राशनकार्ड पर सत्यापन शुरू नहीं होगा।
ग्रामीण क्षेत्र में बेहतर फ़ायरफार्म
आवेदन जमा न करने वाले क्षेत्र की बात करें तो गरीब युवाओं में 79.19% आवेदन प्राप्त हो चुके हैं, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 93% आवेदन जमा हो चुके हैं। राशनकार्ड मीन्स के लिए प्रचार-प्रसार के अलावा मुनादी भी कराई जा रही है, लेकिन इसके बावजूद लाखों परिवारों ने मीन्स के लिए आवेदन नहीं किया है।
ये हैं टॉप टेन जिले, जहां सबसे कम हुआ सत्यापन
जिला | आवेदन | प्रतिशत (%) | नहीं हुआ सत्यतापन |
बिलासपुर | 534929 | 90.35 | 51820 |
रायपुर | 59665 | 89.45 | 62966 |
सारंगढ़-बिलाईगढ़ | 210667 | 91.99 | 16877 |
दुर्ग | 467093 | 87.24 | 59803 |
सरगुजा | 280541 | 90.38 | 26755 |
सक्ती | 227163 | 93.88 | 20526 |
गौरेला-पेंड्रा-मरगही | 110571 | 91.84 | 14558 |
बेमेतरा | 264888 | 95.29 | 12729 |
कोरबा | 3365514 | 93.88 | 20526 |
रायगढ़ | 323817 | 98.82 | 10304 |
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