Lok Shakti

Nationalism Always Empower People

छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में बदमाशों ने मुखबिरी के शक में कर दी युवक की हत्या

30 10 2024
छत्तीसगढ़ में वन्यजीव कॉन्स्टेंट ग्रामीणो को बनाया जा रहा है।

पर प्रकाश डाला गया

  1. पुतकेल गांव निवासी दिनेश पुजारी की कर दी हत्या।
  2. 29 अक्टूबर की रात को तारामंडल ने कर दी दुनिया।
  3. ग्रामीण युवाओं के शवों के पास का उदाहरण।

नईदुनिया न्यूज,बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के पुतकेल में एक ग्रामीण युवाओं की हथियार से हत्या कर दी गई। घटना के बाद से पुतकेल में लिबरेट का तानाशाह है। जानकारी के अनुसार थाना बासागुड़ा क्षेत्रांतर्गत पुतकेल गांव के निवासी दिनेश पुजारी (35 वर्ष) को 29 अक्टूबर की रात को गोलाबारी हुई।

रिलायंस पर पुरालेख क्षेत्र समिति द्वारा जारी विक्रय मिला है। जिसमें ग्रामीण पर पुलिस इन्फॉर्मरी का आरोप लगाया गया हत्या करना बताया गया है। थाना बासागुड़ा द्वारा प्रकरण में वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।

एसपी शॉपिर यादव ने इस घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि यह कायरना की घटना है।

naidunia_image

छात्र-छात्रा संगठन

रेज़िस्टेंसेटिव द्वारा एक्शन के बड़े पैमाने पर ऑर्केस्ट्रा द्वारा सरेंडर करने से डॉल्फिन ऑर्गनाइज़ेशन जारी है। इसी वजह से सनसनीखेज़ मज़ाक के लिए वे इस तरह की घटनाओं का अंजाम दे रहे हैं। वे गांव में भयानक रोमांचक घटनाओं के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।

अभियार्थी चाहते हैं कि किसी भी क्षेत्र में उनकी उपस्थिति की जानकारी पुलिस या सुरक्षाबलों को ना मिले। ऐसे में इस तरह निर्दोश सिद्धार्थ की हत्या कर देते हैं।

एक हफ्ते में उसूर की दूसरी घटना

बीजापुर जिले के उसूर झील में एक सप्ताह में दूसरी घटना को अंजाम दिया गया है। इससे पहले 19 अक्टूबर को उसूर में ग्लूकोज़ कांग्रेस के नेता तिरूपति भंडारी की राशन दुकान में हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। तिरुपति भंडारी पीडीएस राशन दुकान के विक्रेता बने हुए हैं। दूसरी घटना 28 अक्टूबर की रात को ग्राम पुतकेल के ग्रामीण ग्रामीणों की हत्या की।

naidunia_image

इधर…विश्राम ने सत्य-निष्ठा की शपथ ली

जागरूकता सप्ताह में 165वीं वाहिनी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों ने फ़ंडरी मुख्यालय में सत्य और निष्ठा की शपथ ली। कैडेट्स के कमांडेंट राकेश यादव ने ग्रैंड के कैदियों को शपथ दिलवाई। जागरूकता सप्ताह के अवसर पर विवेकानंद सिंह (द्वितीय कमान अधिकारी), पवन कुमार (उप-कमांडेंट) के साथ-साथ 200 लोग शामिल थे।