उप संचालक कृषि कार्यालय के सभागार में कलेक्टर श्री विनीत नंदनवार की अध्यक्षता विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में दंतेवाड़ा जिला को शत् प्रतिशत जैविक जिला बनाने के लिए जैविक कृषि से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों के बारे में बताया गया। इस विशेष कार्यशाला में जिले के ऐसे किसान जो अपने खेतों में रासायनिक उर्वरकों एवं कीटनाशकों का उपयोग करते है का चयन किया गया। कार्यशाला में कलेक्टर श्री नंदनवार के द्वारा किसानों को समझाइश देते हुए रासायनिक खेती से होने वाले दुष्परिणाम एवं रासायनिक उत्पाद के उपयोग से होने वाले बीमारियों एवं अन्य समस्याओं के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा कर मार्गदर्शन किया गया। उन्होंने बताया कि रासायनिक उत्पाद के उपयोग से आस-पास के अन्य कृषकों के खेतों में इसका दुष्परिणाम होता है। श्री नंदनवार ने कृषको से कृषि की क्षेत्र में हो रही समस्या को सुन कर निराकरण करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। साथ ही कृषकों को जिले में गौठान समूहों के माध्यम से बन रहे वर्मी कंपोस्ट खाद का उपयोग कर कृषि करने को कहा। उपस्थित सभी किसानों से रासायनिक खेती उपयोग न करने एवं जैविक खेती अपनाने के संबंध में सहमति भी ली गई। बैठक के दौरान एसडीएम श्री कुमार बिश्वरंजन, उप संचालक कृषि, श्री सूरज कुमार पंसारी, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख श्री संतोष कुमार ध्रुव, कृषि वैज्ञानिक श्री डिप्रोशन बंजारा, सहायक संचालक कृषि श्री आई.एस. पैकरा, सहायक संचालक कृषि श्री आर.एस. नाग, श्री सुरेश कुमार नाग (भूमगादी) श्री नंदकिशोर भगत समयिता मठ से उपस्थित रहें।
Nationalism Always Empower People
More Stories
छत्तीसगढ़ में भाजपा संगठन चुनाव की रूपरेखा तय, अगले महीने चुने जाएंगे जिला स्तर पर पदाधिकारी
धान खरीदी पर विपक्ष के हमले पर सीएम साय का आक्रामक रुख, बोले- भ्रम फैलाने वालों पर होगी कार्रवाई
बिलासपुर कड़ाके की सर्दी, अब बदलेगी हवा की दिशा