छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी 01 नवम्बर से की जा रही है। इससे अंचल के किसान खुश है। जिले के सभी उपार्जन केंद्रों में सुव्यवस्थित और निरंतर धान ख़रीदी की जा रही है। किसानों को अब धान बेचने घर बैठे ऑनलाइन टोकन प्राप्त करने की सुविधा दी गई है। पंजीकृत किसान को धान बेचने टोकन जारी करने की प्रक्रिया के सरलीकरण और सुव्यवस्थित प्रबंधन के उद्देश्य से एनआईसी द्वारा एन्ड्रॉयड एप ‘‘किसान टोकन तुंहर हाथ’’ विकसित किया गया है। आदिम जाति सेवा सहकारी समिति मर्यादित मरौदा में धान बेचने आए ग्राम जड़जड़ा के किसान श्री आदोराम पटेल ने आज लगभग 14 क्विंटल धान विक्रय किया। उन्होंने उत्साहपूर्वक बताया कि इस बार सरकार द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में एक माह पहले ही धान खरीदी शुरू की गई है। इसके साथ ही राज्य शासन द्वारा इस बार ऑनलाइन टोकन की सुविधा प्रदान की गई है, इस ऐप से हमें घर बैठे आसानी से टोकन मिल गया। इससे हमारा समय भी बचा और टोकन के लिए चक्कर लगाना नहीं पड़ा।
इसी तरह ग्राम छिन्दौला से धान बेचने आए श्री बाबूलाल चंद्रवंशी ने आज 51 क्विंटल धान बेचा। उन्होंने बताया कि उपार्जन केंद्र मरौदा में व्यवस्थित रूप से धान खरीदी की जा रही है। यहां किसानों को आसानी से बारदाना मिल रहा है। पहले धान बेचने गरियाबंद जाना पड़ता था लेकिन यहां उपार्जन केंद्र खुलने से हमें घर के नजदिक ही सुविधा मिली है। यहां किसानों के लिए छांव एवं पेयजल की व्यवस्था भी है। किसानों ने इस पहल के लिए छत्तीसगढ़ शासन को धन्यवाद दिया।
धान उपार्जन केंद्र मरौदा में इस बार नई पहल करते हुए धान बेचने आए किसानों के लिए किसान सेल्फी जोन बनाया गया है। जहां किसान उत्साह के साथ फ़ोटो लेकर उसे यादगार बना रहे हैं। उल्लेखनीय है कि जिले में 82 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी किया जा रहा है। यहां अब तक 22 हजार 795 किसानों से लगभग 7 लाख 40 हजार 147.20 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है।
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