बाढ़ से निपटने हेतु जिला स्तरीय बाढ़ आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के लिए 2 अक्टूबर को टेबल टॉप एक्सरसाइज व 4 अक्टूबर को घुनघुट्टा डेम में मॉक एक्सरसाइज किया जाएगा। इस प्रशिक्षण में एसडीआरएफ, होम गार्ड, राजस्व, स्वास्थ्य, जल संसाधन, पुलिस आदि विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शामिल होंगे। सफल प्रशिक्षण आयोजन हेतु प्रभारी कलेक्टर श्री विश्वदीप ने सोमवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में सम्बंधित विभाग के अधिकारियांे की बैठक लेकर जरूरी निर्देश दिए।
प्रभारी कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ आपदा से बचाव हेतु जरूरी जानकारी लोगों को देना अवश्यक है। आपदा प्रशिक्षण के बारे में प्रशिक्षण स्थल के आस-पास के गांव को भी सूचित करें। उन्होंने संभागीय सेनानी को प्रशिक्षण के सम्बंध में सभी आवश्यक तैयारी करने कहा।
परिस्थितिजन्य तैयारी अभ्यास- पहली परिस्थिति में प्रोफाइलेक्टिक इवैक्युएशन का अभ्यास होगा जिसमें बाढ़ ग्रस्त गांव मेले की भगदड़, भूकंप की सूचना जैसे ट्रिगर मिलने पर न्यूनतम 100 लोगों को उस स्थान से दूर ले जाने की अभ्यास की जाएगी। दूसरा अभ्यास सर्च एंड रेस्क्यू का होगा जिसमे बाढ़ जैसी स्थिति में लोगों को निकालने का प्रयास किया जाएगा। तीसरी साइट स्टेजिंग एरिया में आपदा की स्थिति में बाहर से मदद के लिए आये रिस्पॉडर को एकत्र करने, वाहनों की पार्किंग, लोगों की भीड़, सैनिटेशन, हाइजीन, पेयजल, वे इन और वे आउट आदि की व्यवस्था बताई जाएगी। चौथी साइट में रिलीफ कैम्प में कुछ लोगों को ठहराने की अभ्यास होगी। पांचवी साईट में आपदा की कल्पना के साथ इसमंे फंसे लोगों को निकाला जाएगा।
संभागीय सेनानी श्री राजेश पांडेय ने बताया कि 2 नवम्बर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण के बारे में दिशा निर्देश दिया जाएगा।
बैठक में एसडीएम श्री प्रदीप साहू सहित संबंधित विभागों के जिला अधिकारी उपस्थित थे।
Nationalism Always Empower People
More Stories
CBSE Exam 2025: इस तारीख से शुरू होगी CBSE 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा, छत्तीसगढ़ में इतने स्टूडेंट्स देंगे एग्जॉम
Ramvichar Netam: छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम सड़क हादसे में घायल, ग्रीन कॉरिडोर से लाया जा रहा रायपुर
Raipur: झूठे आरोपों से तंग आकर ऑटो मैकेनिक ने घर में फांसी लगाकर कर ली खुदकुशी, सुसाइड नोट में सामने आई ये बात