इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में आज पांच दिवसीय अंतराष्ट्रीय कृषि मड़ई एग्री कार्नीवल 2022 का शुभारंभ विधानसभा अध्यक्ष श्री चरणदास महंत और कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने किया। इस अवसर पर श्री महंत ने कहा कि इस कृषि मड़ई में देश-विदेश से आए कृषि वैज्ञानिक शामिल हो रहे है। उनके तकनीकी ज्ञान का लाभ राज्य के कृषकों को अवश्य होगा। हमारे राज्य की बहूतायत आबादी कृषकों की है। हम गढ़वो नवा छत्तीसगढ़ के सुत्र वाक्य को आधार बनाकर आगे बढ़ रहे है। अंतराष्ट्रीय स्तर के यह आयोजन छत्तीगसढ़ के कृषकों को नवीन तकनीक प्रदान करने में सहायक सिद्ध होगा।
श्री महंत ने कहा कि हमारे पुर्वजों के पास अथाह ज्ञान भंडार था। जिससे वे सटीक भविष्यवाणी भी कर सकते थे। इस कार्यक्रम में शामिल वैज्ञानिकों से आग्रह है कि पुर्वजों के ज्ञान भंडार पर शोध करे और संरक्षित करे। साथ ही श्री महंत ने बस्तर में पाए जाने वाले इमली के पौधे पर शोध करने का सुझाव दिया, जिससे इमली के पौधे पर करीब पांच साल में फल प्राप्त हो।
कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में कृषि के क्षेत्र में बेहतर विकास हो रहा है। किसानों के विकास से ही सही मायने में छत्तीसगढ़ राज्य का विकास होगा। छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान राज्य है। यहां की अर्थव्यवस्था में कृषकों तथा कृषि का प्रमुख योगदान है। पूरे देश में हमारे प्रदेश ने कृषि के क्षेत्र में गौरवपूर्ण स्थान प्राप्त किया है। छत्तीसगढ़ में कृषि के क्षेत्र में चुनौतियां भी है, अवसर भी है। उन्होंने बताया कि 17 अक्टूबर को राजीव किसान न्याय योजना की किस्त जारी की जाएगी। दीपावली के पहले किसानों के खातों में राशि आने से किसान खुश होंगे तथा अच्छी तरह से दीपावली मना पाएंगे, साथ ही हमारे बाजार भी समृद्ध होंगे एवं अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी। उन्होंने ग्रामीण विकास के लिए नाबार्ड द्वारा किए गए प्रयास को सराहा। उन्होंने गौठानों में बाजार आधारित उत्पादन की जरूरत भी बताई।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के कृषकों का अनुसंधान प्रक्षेत्र, प्रयोगशाला का भ्रमण करवाकर कृषि की नई तकनीकी की जानकारी देने, कृषि प्रदर्शनी के द्वारा पूरे विश्व की कृृषि की नई तकनीकी की जानकारी प्रदान करने, विभिन्न कार्यशाला आयोजित कर कृषि उत्पादत्ता बढ़ाने, कृषि से रोजगार की संभावनाए बढ़ाने, कृषकों की समस्याएं दुर करने सहित कृषकों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से कृषि मड़ई का आयोजन किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा विश्वविद्यालय से प्रकाशित दलहनी एंव तिलहनी फसलों तथा रबी फसलों की जानकारी से संबंधित पुस्तिका का विमोचन भी किया गया।
इस अवसर पर विधायक एवं संसदीय सचिव सुश्री शकुंतला साहू, धरसीवा की विधायक श्रीमती अनीता योगेंद्र शर्मा, छत्तीसगढ़ राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम के अध्यक्ष श्री अग्नि चंद्राकर, राज्य कृषक कल्याण परिषद के अध्यक्ष श्री सुरेंद्र शर्मा, इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ गिरीश चंदेल, कृषि विभाग के संचालक श्री फकीर अय्याज तंबोली, उद्यानिकी विभाग के संचालक श्री माथेश्वरन व्ही, राज्य के विभिन्न जगहों से आए कृष्कगण, स्व सहायता समूह की महिलाएं, विश्वविद्यालय के अधिकारी-कर्मचारी, शोध छात्र सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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