अगले महीने की एक तारीख से प्रदेश में धान खरीदी शुरू हो जाएगी। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने आज समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में सुव्यवस्थित धान खरीदी के लिए सभी तैयारियां 20 अक्टूबर तक पूरा करने के निर्देंश अधिकारियों को दिए। उन्होंने जिला स्तरीय सभी विभागीय अधिकारियों के कामकाज की समीक्षा की और आमजनों के हित एवं सुविधा से जुड़े कामों में तेजी लाने के निर्देंश दिए। बैठक में कलेक्टर ने आगामी धान खरीदी के लिए बारदानों की उपलब्धता और आवश्यकता की जानकारी ली। डॉ.भुरे ने सभी संबंधित अधिकारियों को जिले के धान खरीदी केन्द्रों का निरीक्षण करते हुए धान खरीदी केन्द्रो में साफ-सफाई, कम्प्यूटर की व्यवस्था, धान का बारिश से बचाव की व्यवस्था, सहित अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने कहा। उन्होंने उपस्थित सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों और तहसीलदारों को भी अपने क्षेत्रों के धान खरीदी केन्द्रों का जानकारी रखने के निर्देश दिए। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री मयंक चतुर्वेदी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री आकाश छिकारा, वन मण्डलाधिकारी श्री विष्वेश कुमार सहित सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारी और अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक में कलेक्टर ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर निवेशकों की राशि जल्द से जल्द लौटानें के लिए प्रकरणों का तेजी से निराकरण करने के निर्देंश दिए। उन्होंने चिटफंड कंपनियों की संपत्तियों का पता कर उनकी नीलामी प्रक्रिया भी तेजी से करने के निर्देश दिए। डॉ. भुरे ने औषधी निरीक्षकों को लगातार मेडिकल दुकानों और स्टॉकिस्ट केन्द्रों का निरीक्षण कर प्रतिबंधित नशीली दवाओं और ड्रग्स की बिक्री पूरी तरह से रोकने के भी निर्देंश दिए। कलेक्टर ने धान कटाई के बाद जिले के गौठानों में पैरादान के लिए अभियान चलाने के लिए भी कहा। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य सड़कों पर जानवरों के बैठनें को भी रोकने के लिए विशेष कार्रवाई करने के निर्देंश दिए। राजस्व प्रकरणों के निराकरण की समीक्षा करते हुए डॉ. भुरे ने समय-सीमा के भीतर प्रकरणों को निराकृत करने को कहा। उन्होंने विवादित नांमातरण एवं बटवारा के समय-सीमा से बाहर प्रकरणों को जल्द से जल्द निपटाने के लिए विशेष कार्य योजना बनाने के भी निर्देंश दिए।
समय-सीमा की साप्ताहिक बैठक में कलेक्टर ने विभिन्न सामाजिक संगठनों को रियायती दरों पर भूमि आवंटन के प्रकरणों को भी तेजी से निराकरण करने के निर्देंश दिए। डॉ. भुरे ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों और अस्पतालों में उपलब्ध शव वाहनों की भी जानकारी ली। उन्होंने सीएससी स्तर से ऊपर के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में सौ वाहनों की संख्या सुनिश्चत करने को कहा। कलेक्टर ने जिले में सहकारी बैंक की नई शाखाएं शुरू करने के लिए जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी से भी प्रस्ताव तैयार करने को कहा।
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