पर प्रकाश डाला गया
- अँधेरे में अंधेरगर्दी और स्वजन ने गुजराती रात
- फ़ुइडे पर फ़ुफ़ल बहेआसाएल स्वास्थ्य केंद्र
- विभाग के लोगों ने अपनी जिम्मेदारी से सफाई पल्ला
नईदुनिया न्यूज, सक्ती : पिछले 30 घंटे से अधिक समय से मेडिकल हेल्थ सेंटर में बिजली बंद होने से अस्पताल में अंधेरा छाया हुआ है। किस कारण से अनमोल कार्य प्रभावित हुआ। वहीं दोस्त और उनके स्वजन को अंधेरे में स्टूडियो के साथ रात गुजरात में अपलोड किया गया।
बिजली बंद होने से डॉक्टरों के कमरे से लेकर दुकानदार के वार्ड में अँधेरा छाया हुआ। इससे अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी महत्वपूर्ण जांच संभव नहीं है क्योंकि ये उपकरण बिना बिजली के काम नहीं करते हैं। अंधेरे में कई डॉक्टर और मेडिकल स्टोर पर डॉक्टरों की नजरें टिकी रहती हैं। वहीं अंधेरे में कई दुकानदारों के इलाज में देरी हुई, जिससे उन्हें परेशानी हुई।
जिला मुख्यालय सक्ती का औषधालय स्वास्थ्य केन्द्र अपने खराब मौसम पर जोर दे रहा है। अस्पताल में पिछले 30 घंटे से अधिक समय से बिजली बंद है लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों और प्रशासन को कोई जानकारी नहीं है। दोस्त और उनके स्वजन को अंधेरे में स्टूडियो के साथ रात गुजरात में अपलोड किया गया। बिजली बंद होने से डॉक्टरों के कमरे से लेकर दुकानदार के वार्ड में अँधेरा छाया हुआ।
इससे अल्ट्रासाउंड और एक्स-रे जैसी महत्वपूर्ण जांच संभव नहीं है क्योंकि ये उपकरण बिना बिजली के काम नहीं करते हैं। अंधेरे में कई डॉक्टर और मेडिकल स्टोर पर डॉक्टरों की नजरें टिकी रहती हैं। वहीं अंधेरे में कई दुकानदारों के इलाज में देरी हुई, जिससे उन्हें परेशानी हुई। अस्पताल में इलाज के लिए एक मरीज ने बताया कि वह काफी देर से अस्पताल में इलाज का इंतजार कर रहा है।
लेकिन बिजली नहीं आने के कारण उसका इलाज नहीं हो सका। अब उन्हें मूवी हॉस्पिटल आना चाहिए। दूसरे मरीज ने कहा कि उसके हाथ में चोट लगी है और एक्स-रे नहीं मिला है, लेकिन बिजली नहीं आने के कारण एक्स-रे नहीं मिला। उसे अबमा अस्पताल आना चाहिए। जब इस संबंध में बिजली विभाग से संपर्क किया गया तो लाइनमेन निर्मलकर ने बताया कि उनकी टीम अस्पताल से मुलाकात कर सूचना दी गई थी। सुधार सुधार कार्य किया गया है।
प्रोजेक्ट में आई फॉल्ट और अंडर ग्राउंड केबल में आई बिजनेस की वजह से विद्युत व्यवस्था बाधित हुई है, जिस पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि जिस फिल्म में उन्होंने चारो ओर से बबूल की झलक पकड़ी है, उसमें सुधार कार्य करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अस्पताल प्रबंधन को इस बारे में पूर्व में भी प्रयोगशाला में दिखाया गया था, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है।
सरकारी खजाने के पास ही होते हैं मेडिकल कचरा
अस्पताल प्रबंधन द्वारा यहां मेडिकल एजेंटों को फेंक दिया जाता है, जिससे उठती दुर्गंध के कारण यहां बिजली विभाग के कर्मचारियों को सुधार कार्य करने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदारों ने की सफाई पल्ला
वहीं अस्पताल प्रबंधन से संपर्क करने पर थवाईत ने विद्युत विभाग में सुधार कार्य किया, जाने की जानकारी दिए जाने की बात विस्तृत जानकारी के लिए ज़ूम से संपर्क करने की बात कही और अपनी कर्तव्यनिष्ठा से इतिश्री कर ली। वहीं जब इस संबंध में बी पीवी सनराइजर्स रेस्टोरेंट से संपर्क करने का प्रयास किया गया तो उन्होंने काल रिसिव नहीं किया।
केबल की व्यवस्था नहीं कर सका अस्पताल प्रबंधन
जिस तरह की फिल्म बबूल की कंटीली फिल्म से बनी है, उसे देखते हुए सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्म की कहानी को दूर करने में कितनी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा होगा। वहीं विद्युत विभाग के अधिकारी कर्मचारियों का कहना है कि उनके द्वारा दो बार प्रोजेक्ट में सुधार कार्य किया गया, बावजूद इसके अंडर ग्राउंड केबल कनेक्शन में फाल्ट आ गया जिससे विद्युत व्यवस्था बाधित हो गई। अस्पताल प्रबंधन को सूचित करने के बावजूद केबल की व्यवस्था को अब तक बहाल नहीं किया जा सका है। इस परेशानी का सामान विशेष रूप से गोदामों और उनके अवशेषों को रखा जा रहा है।