मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने पुष्टिमार्ग के संस्थापक महाप्रभु वल्लभाचार्य की 26 अप्रैल को जयंती के अवसर पर उन्हें नमन किया है। श्री बघेल ने कहा है कि भक्तिकालीन श्रीकृष्ण भक्ति शाखा के अग्रणी वल्लभाचार्य जी श्रीनाथ जी के अनन्य भक्त थे। उन्होंने श्री कृष्ण के स्वरूप और लीलाओं का वर्णन करते हुए कई ग्रंथों की रचना की। महाप्रभु वल्लभाचार्य जी का छत्तीसगढ़ के चंपारण में जन्म होने से उनका गहरा नाता यहां से बन गया। उन्होंने पुष्टिभक्ति के रूप में श्रीकृष्ण के प्रेम और स्नेह से परिपूर्ण भक्ति मार्ग दिखाया। पुष्टिमार्ग को कई लोगों ने अपनाया। उनके प्रसिद्ध शिष्य सूरदास जी ने उनकी विरासत को आगे बढ़ाया और कृष्ण प्रेम का माधुर्य लिए कई प्रसिद्ध रचनाएं लिखी। श्री बघेल ने कहा है कि वल्लभाचार्य जैसे महापुरूष के जन्म से छत्तीसगढ़ की धरा भी धन्य हुई है।
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