मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के निर्देशानुसार कस्टम मिलिंग के लिए धान का तेजी से उठाव जारी है। राज्य में 23 मार्च तक 95.82 लाख मीटरिक टन धान का उठाव हो चुका है। छत्तीसगढ़ द्वारा केन्द्रीय पूल में चावल जमा कराने के मामले में भी तेजी से काम किया जा रहा है। अब तक केन्द्रीय पूल में 31.41 लाख मीटरिक टन चावल जमा कराया जा चुका है। इनमें भारतीय खाद्य निगम में 16.82 लाख मीटरिक टन और नागरिक आपूर्ति निगम में 14.59 लाख मीटरिक टन चावल शामिल है।
खाद्य सचिव श्री टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री की पहल पर इस वर्ष धान खरीदी के साथ ही कस्टम मिलिंग के लिए धान का तेजी से उठाव किया जा रहा है। अब तक डीओ और टीओ के माध्यम से 95.82 लाख मीटरिक टन धान का रिकार्ड उठाव हो चुका है। श्री वर्मा ने बताया कि 74 लाख 57 हजार मीटरिक टन धान का डीओ जारी कर दिया गया है। उपार्जन केन्द्रों से मिलर्स द्वारा 73 लाख मीटरिक धान का उठाव कर लिया गया है। इसी प्रकार 23 लाख 9 हजार मीटरिक टन धान के परिवहन के लिए टी.ओ. जारी किया गया है। जिसके विरूद्ध समितियों से 22 लाख 82 हजार मीटरिक टन धान का उठाव हो चुका है। धान खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव और कस्टम मिलिंग भी युद्ध स्तर पर जारी है। इस साल केन्द्रीय पूल में 61.65 लाख मीट्रिक टन अरवा चावल जमा कराया जाना है।
उल्लेखनीय है कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में पंजीकृत 21 लाख 77 हजार किसानों से समर्थन मूल्य पर लगभग 98 लाख मीटरिक टन धान की खरीदी की गई है। धान खरीदी की एवज में किसानों को बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत लगभग 20 हजार करोड़ रूपए का भुगतान किया गया है। गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष प्रदेश के 1 लाख 24 हजार अर्थात् 6 प्रतिशत अधिक किसानों द्वारा समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया। यह राज्य सरकार किसान हितैषी नीतियों और निर्णयों से संभव हो पाया है। जिसके कारण साल दर साल धान खरीदी का रिकॉर्ड बनता जा रहा है।
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