प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के मंडला में एक सार्वजनिक सभा में आज राष्ट्रीय ग्रामीण स्वराज अभियान की शुरूआत की। उन्होंने अगले पांच वर्ष के दौरान जनजातियों के सम्पूर्ण विकास के लिए एक रोडमैप का अनावरण किया।
प्रधानमंत्री ने मंडला जिले के मनेरी में भारतीय रेल निगम के एक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखीं। उन्होंने एक स्थानीय सरकारी डायरेक्टरी भी लांच की।
प्रधानमंत्री ने गांवों के उन सरपंचों का स्वागत किया, जिन्होंने शत-प्रतिशत धुआं रहित रसोइयों, मिशन इन्द्रधनुष के तहत शत-प्रतिशत टीकाकरण और सौभाग्य योजना के तहत शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल किया है।
मध्यप्रदेश के मंडला में देशभर से आये पंचायती राज प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के ग्रामोदय से राष्ट्रोदय और ग्राम स्वराज को याद किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश आकर वह खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा गांवों के महत्व पर जोर देते थे और ग्राम स्वराज की बातें किया करते थे। उन्होंने सभी लोगों से गांवों की सेवा करने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ग्रामीण विकास की बातें होती है, तो बजट महत्वपूर्ण हो जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस संबंध में स्थितियां बदली हैं। लोग अब यह सुनिश्चित करने की जरूरत के बारे में बातें करने लगे है कि परियोजना के लिए आवंटित राशि का इस्तेमाल हो और योजना समय पर पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हो।
श्री मोदी ने लोगों से अपने बच्चों की पढ़ाई पर जोर देने का आग्रह किया और कहा कि बच्चों के भविष्य के लिए यह आवश्यक है।
प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए कोशिश करने पर जोर दिया। उन्होंने पंचायत जनप्रतिनिधियों से जल संरक्षण पर ध्यान देने का आग्रह किया।
उन्होंने कचरे को ऊर्जा में बदलने के अलावा वित्तीय समावेश के लिए जन-धन योजना, जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण के लिए वन-धन योजना और किसानों को अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोबर-धन योजना के महत्व के बारे में बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों में बदलाव से ही भारत की कायापलट को सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उठाये गये हाल के कदम महिला सुरक्षा की दिशा में लाभकारी होंगे।
प्रधानमंत्री ने मंडला जिले के मनेरी में भारतीय रेल निगम के एक एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला रखीं। उन्होंने एक स्थानीय सरकारी डायरेक्टरी भी लांच की।
प्रधानमंत्री ने गांवों के उन सरपंचों का स्वागत किया, जिन्होंने शत-प्रतिशत धुआं रहित रसोइयों, मिशन इन्द्रधनुष के तहत शत-प्रतिशत टीकाकरण और सौभाग्य योजना के तहत शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य हासिल किया है।
मध्यप्रदेश के मंडला में देशभर से आये पंचायती राज प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी के ग्रामोदय से राष्ट्रोदय और ग्राम स्वराज को याद किया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश आकर वह खुशी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी हमेशा गांवों के महत्व पर जोर देते थे और ग्राम स्वराज की बातें किया करते थे। उन्होंने सभी लोगों से गांवों की सेवा करने का संकल्प लेने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब ग्रामीण विकास की बातें होती है, तो बजट महत्वपूर्ण हो जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में इस संबंध में स्थितियां बदली हैं। लोग अब यह सुनिश्चित करने की जरूरत के बारे में बातें करने लगे है कि परियोजना के लिए आवंटित राशि का इस्तेमाल हो और योजना समय पर पारदर्शिता के साथ सम्पन्न हो।
श्री मोदी ने लोगों से अपने बच्चों की पढ़ाई पर जोर देने का आग्रह किया और कहा कि बच्चों के भविष्य के लिए यह आवश्यक है।
प्रधानमंत्री ने कृषि क्षेत्र में आत्मनिर्भरता के लिए कोशिश करने पर जोर दिया। उन्होंने पंचायत जनप्रतिनिधियों से जल संरक्षण पर ध्यान देने का आग्रह किया।
उन्होंने कचरे को ऊर्जा में बदलने के अलावा वित्तीय समावेश के लिए जन-धन योजना, जनजातीय समुदायों के सशक्तिकरण के लिए वन-धन योजना और किसानों को अधिक आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोबर-धन योजना के महत्व के बारे में बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गांवों में बदलाव से ही भारत की कायापलट को सुनिश्चित किया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा उठाये गये हाल के कदम महिला सुरक्षा की दिशा में लाभकारी होंगे।
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