कलेक्टर श्री चन्दन कुमार ने जिले के पशुपालकों से अपने पशुओें को खुले में न छोड़ने बल्कि गौठानों में भेजने की अपील किया है। उन्हांेने कहा कि परंपरा के अनुरूप एक जुलाई से अपने-अपने गांवों में रोका-छेका अभियान शुरू करें। उन्होंने इस संबंध में कृषि एवं पशुधन विकास विभाग और जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को भी आवश्यक दिशा निर्देश दिये हैं। किसानों तथा पशुपालकों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि बरसात के दिनों में पशुओं में गलघोटू और एकटंगिया की बीमारी होती है, इससे बचाव के लिए अपने पशुओं को टीका जरूर लगवाएं। पशु चिकित्सा विभाग द्वारा गौवंशीय एवं भैंसवंशीय पशुधन में गलघोंटू तथा एक टंगिया बीमारी से बचाव के लिए जिले में सघन टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।
किसानों को लाभकारी फसलों जैसे-दलहन, तिलहन की खेती को अपनाने के अपील करते हुए कलेक्टर ने कहा कि शासन द्वारा दलहन-तिलहन, अरहर, सोयाबीन, मक्का, गन्ना, कोदो-कुटकी, सुगंधित धान की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए राजीव गांधी किसान न्याय योजना संचालित किया जा रहा है। बीते खरीफ सीजन में जिन किसान भाईयों ने धान की खेती की थी, वह यदि इस साल उसी रकबे में धान के बदले अन्य लाभकारी फसलों का उत्पादन अथवा वृक्षारोपण करेंगे, तो उन्हें प्रति एकड़ के मान से 10 हजार रूपए की आदान सहायता देने का प्रावधान किया गया है। वृक्षारोपण करने वाले किसान भाईयों को यह आदान सहायता आगामी तीन वर्षों तक मिलेगी।
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