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रविवि के अध्यापक शिक्षा संस्थान का हुआ वेबीनार, डॉक्टरों ने कोरोना से बचने दिए महत्वपूर्ण सुझाव

अध्यापक शिक्षा संस्थान पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर की ओर से 10 मई को कोविड-19 से संबंधित जनजागृति व बचाव विषय पर वेबीनार हुआ। वेबीनार का उद्घाटन करते हुए कुलपति प्रो. केशरीलाल वर्मा ने इस वैश्विक महामारी में विश्वविद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थाओं की समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को रेखांकित किया। इस संदर्भ में उन्होंने विश्वविद्यालय की ओर से किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। इसमें विश्वविद्यालय परिसर में समाज के सभी वर्गों के लिए निशुल्क टीकाकरण की सुविधा और शिक्षक एवं कर्मचारियों के लिए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रमुख था।

प्रो. सीडी. आगाशे संचालक, अध्यापक शिक्षा संस्थान पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वेबीनार के प्रथम सत्र में छत्तीसगढ़ के जाने माने शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. केपी सारभाई ने 18 साल से कम उम्र के बच्चों और शिशुओं को उस महामारी के प्रकोप से बचाने के कार्यों की चर्चा की। डॉ. सारभाई ने इस बात का विशेष उल्लेख किया कि कोविड महामारी के दौरान बच्चों के नियमित टीकाकरण बाधित नहीं होना चाहिए, अन्यथा यह बच्चों के स्वास्थ्य के लिए भविष्य में और भी अधिक नुकसानदायक होगा।

वेबीनार के द्वितीय सत्र में एम्स, नई दिल्ली के डॉ. तेज प्रकाश सिन्हा, इमरजेंसी केयर विभाग ने कोविड महामारी से सुरक्षित रहने के लिए किए जाने वाले उपायों पर अत्यंक ही सहज रूप से अपनी प्रस्तुति दी। डॉ. तेज प्रकाश ने फेफड़ों में होने वाले संक्रमण से बचने के लिए उन सामान्य व्यायामों का प्रदर्शन किया, जिससे हम अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं। डॉ. तेजप्रकाश ने स्वस्थ रहने के लिए उचित आहार एवं मानसिक स्वास्थ्य की महत्ता पर भी प्रकाश डाला ।

तीसरे सत्र में एम्स रायपुर के डॉ. अविनाश इंग्ले ने देश में तैयार की गई वैक्सीन को अत्यधिक कारगर बताया। डॉ. इंग्ले के अनुसार देश में तैयार की गई वैक्सीन सभी दृष्टि से परीक्षण के बाद स्वीकृत की गई है। अत: इस पर किसी भी प्रकार का संदेह उचित नहीं है। डॉ. इंग्ले के अनुसार लोग अफवाहों से बचें और टीका जरूर लगवाएं । इस विषम परिस्थिति में स्वयं को सुरक्षित रखने और कोविड-19 के लक्षणों पर भी महत्वपूर्ण जानकारी उन्होंने दी।