छत्तीसगढ़ में कोरोना से पिता खो चुके बच्चों की फीस माफ करने का फैसला प्राइवेट स्कूल मैनेजमेंट एसोसिएशन ने लिया हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि कई परिवार खराब आर्थिक स्थिति का सामना कर रहे हैं, जिसकी वजह से वे स्कूल की फीस पटाने की स्थिति में नहीं हैं. एसोसिएशन द्वारा ऐसे बच्चों की जानकारी भी मांगी जा रही है.
प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने छत्तीसगढ़ सरकार से ये अपील भी की है कि ऐसे बच्चों को आरटीआई के दायरे में लाया जाए.
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल संघ के अध्यक्ष राजीव गुप्ता ने बताया कि जिन लोगों ने अपना पिता खोया, या ऐसे परिवार जिनमें कमाने वाले किसी सदस्य की मृत्यु हो गई है, उसकी फीस माफ की जाएगी. इतना ही नहीं बच्चों के स्कूल बस की फीस, किताब और स्कूल ड्रेस की फीस भी माफ किए जाएंगे. हमने सरकार से भी मांग की है कि ऐसे बच्चों को शिक्षा अधिकार के तहत लाया जाए.
छत्तीसगढ़ प्राइवेट स्कूल संघ ने निजी स्कूलों से कहा कि उनसे कोई फीस ना ले, अनाथ बच्चों के लिए भी कहा है कि उन्हें निजी स्कूलों में 12वीं तक मुफ्त में शिक्षा दी जाए.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में लगभग 10 हजार निजी स्कूल हैं जहां पढ़ने वाले ऐसे बच्चों की फीस माफ की जाएगी.
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