साहब मेरी जान को खतरा, अपराधियों को मत वारंट

साहब मेरी जान को खतरा, अपराधियों को मत वारंट

नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: जेल से छूटने के बाद पीड़ित के खिलाफ केस वापस लेने, दबाव बनाने वाले किसान भाई और उसके बेटे पर हमला करने वाले को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहां पीड़ित भी कोर्ट पहुंच गया। उन्होंने मजिस्ट्रेट के सामने खुद की जान का विरोध किया। इस पर कोर्ट ने जेल विभाग के अधिकारियों को आदेश दिया है।

सिविल लाइन क्षेत्र में रहने वाली महिला ने चिड़ियाघर और अपने आलीशान साल के बेटों के प्राइवेट पार्ट पर मारपीट से मारने की याचिका लगाई है। महिला ने पुलिस को बताया कि वह मंगला न्यू स्क्वायर में रहने वाले किशन पटेल (26) के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करा रही है। इस पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। कोर्ट ने दोषियों को जेल भेज दिया। जमानत पर छूट के बाद दोषी किशन पटेल पर सात सितंबर की रात महिला के घर में बंधक केस को वापस लेने का दबाव बनाया गया। मना करने पर वह महिला से रेस्तरां की।

साथ ही महिला ने के ज़ोरदार साल के बेटों को ज़मीन पर लेटाकर ने अपने प्राइवेट पार्ट पर लात मारी। महिला किसी तरह अपने बेटे को बचाकर दोस्त के घर चली गई। बेटे का इलाज खत्म होने के बाद महिला ने घटना की शिकायत सिविल लाइन थाने में की। इस पर पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। यहाँ विक्टेड भी कोर्ट स्पीच। महिला ने बताया कि मजिस्ट्रेट के सामने गवाहों ने मुजरिमों का विरोध किया। उन्होंने कोर्ट में कहा कि उनसे और उनके बच्चे की जान को खतरा है। सुनवाई के बाद कोर्ट ने जेल में बंदियों को जेल भेजने का आदेश दिया है।

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