लोगों को सहज सुलभ न्याय जितनी जल्दी मिलता है लोकतंत्र उतना ही मजबूत होता है- मुख्यमंत्री श्री साय

बीएएलएलबी के विद्यार्थियों से विधानसभा में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की चर्चा,
कहा लोगों को न्याय दिलाने के लिए करें काम

पहले भारतीय दंड संहिता थी, अब न्याय संहिता है, न्याय शब्द के निहितार्थ गहरे, मुख्यमंत्री ने चर्चा के दौरान देश में न्यायपालिका के क्षेत्र में हो रही प्रगति के संबंध में भी की चर्चा

14 फरवरी 2024

रायपुर : मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से भविष्य में लोकतंत्र के एक महत्वपूर्ण स्तंभ की जिम्मेदारी संभालने वाले युवाओं ने आज विधानसभा में मुलाकात की। युवा पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के बीएएलएलबी के विद्यार्थी थे। मुख्यमंत्री ने युवाओं से चर्चा मे कहा कि लोगों को सहजसुलभ न्याय जितनी जल्दी मिलता है लोकतंत्र उतना ही मजबूत होता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद भी बरसों तक पुराने कानून बदले नहीं गये, इनमें से कुछ गैरजरूरी थे और साम्राज्यवादी उद्देश्यों को लेकर रखे गये थे। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय दंड संहिता की जगह भारतीय न्याय संहिता को प्रतिस्थापित किया। दंड की तुलना में न्याय ज्यादा व्यापक शब्द है और गहरा अर्थ रखता है।
मुख्यमंत्री ने युवाओं से कहा आप लोग न्यायपालिका में जा रहे हैं। न्यायपालिका उन कानूनों का पालन सुनिश्चित कराती है, जो विधानसभा में तैयार होते हैं। आज आप लोगों ने करीब से विधानसभा की कार्यवाही को देखा। आपने महसूस किया होगा कि कितनी बारीकी से यहां पर हर मुद्दे पर बातचीत होती है। लोकतंत्र जिन स्तंभों पर टिका है उनकी मजबूती से ही यह मजबूत रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित भारत 2047 और विकसित छत्तीसगढ़ 2047 के निर्माण में युवा पीढ़ी को मजबूत भागीदारी निभानी है। युवा अपनी राह चुन सकते हैं। जहां भी जाएं, खूब ईमानदारी से काम करें, उस क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता मजबूत करें।
इस दौरान युवाओं ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी जिज्ञासा भी रखी। सत्यम कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से उनके लंबे संसदीय अनुभव के संबंध में पूछा। मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने लंबे समय तक विधानसभा और लोकसभा के सदस्य के रूप में कार्य किया है। इस दौरान सबसे अच्छी बात यह रही कि भारतीय लोकतंत्र की मजबूती को करीब से देखा। सदस्य यहां हर मुद्दे पर अपनी राय रखते हैं। देश अथवा राज्य के किसी भी कोने में कोई समस्या हो, इसकी गूंज संसद अथवा विधानसभा में सुनाई देती है। जनहित के मुद्दों पर यहां लगातार काम होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज विधानसभा की कार्यवाही के दौरान आपने यह देखा भी होगा कि किस तरह से सदस्य अपने मुद्दे रख रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संसदीय अनुभव में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल के अपने अनुभव भी साझा किये। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यकाल के दौरान मैंने देखा कि किस तरह प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की पहचान पूरे विश्व में बनी। उन्होंने अपनी सार्थक विदेश नीति के माध्यम से और सुधारों के माध्यम घरेलू अर्थव्यवस्था को मजबूती देते हुए कार्य किया। इसका परिणाम यह रहा कि पूरी दुनिया आज भारत की ओर देख रही है।
अदिति वर्मा ने मुख्यमंत्री से पूछा कि बढ़ती जनसंख्या के बावजूद युवाओं के लिए रोजगार कैसे सुनिश्चित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट के पश्चात बड़ी संख्या में रोजगार के लिए संभावनाएं बनती है। इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। मोदी जीे रोजगार मेलों के माध्यम से बड़ी संख्या में युवाओं के लिए रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में देशभर में काम कर रहे हैं और इससे छत्तीसगढ़ में भी युवाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिला है।
मुख्यमंत्री ने कानून की पढ़ाई कर रहे युवाओं से कहा कि आप लोग न्यायपालिका के लिए कार्य करेंगे। लोगों को न्याय दिलाने का काम बहुत सार्थक कार्य है। जितनी कुशलता से आप लोग काम करेंगे, लोगों को न्याय उतनी ही सुलभता से उपलब्ध होगा। विद्यार्थियों ने इस दौरान विधानसभा सत्र की कार्यवाही भी देखी और पक्ष-विपक्ष की भूमिका तथा अन्य प्रक्रियाओं से भी अवगत हुए।
बीए एलएलबी के छात्र सत्यम कुशवाहा, अदिति वर्मा, कनक साहू, पांचाल अवस्थी, रोहन साहू, केतन वर्मा, सेजल महोबिया, जगेश बंजारे, ताज हसन, माधुर्य यदु इस दौरान मौजूद रहे।

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