बिलासपुर न्यूज़: नईदुनिया, बिलासपुर: स्पाइडरमैन और उनकी एडवेंचर कारनामे को आप टीवी या इंटरनेट मीडिया पर जरूर देखें। खासतौर पर बच्चों को यह किरदार बहुत पसंद आता है। सिटी का एक युवा तो इस किरदार से प्रभावित है कि वह स्पाइडरमैन का कास्ट्यूम धारण कर लेता है। इसे ठीक करने के लिए वह गुरुवार को सीधे जोनल स्टेशन पहुंच और रेलिंग में इस तरह से बैठ गया कि वह सच में स्पाइडरमैन हो। उसका कास्ट्यूम चमक रहा था और वह यात्रियों का ध्यान खींच रहा था। बच्चा तो खुशी से चिल्लाने लगे। इतनी ही नहीं बड़ी स्टार की नजर से उसे देखा और आगे बढ़ गई। यह फिल्म काफी देर तक चलती रही। उसी की नजरें एक युवा स्पाइडरमैन के पास पहुंचीं और उसे कैद की तस्वीरें पोस्ट करके ले आईं। इससे वह पूरी तरह से घबरा गई और सच्चाई बयां करने लगी।
युवाओं का यूट्यूब चैनल है। इसका टी.आर.पी. बढ़ाने के लिए एक ऐसी जगह पर पहुंच गया है, जो प्रतिबंधित क्षेत्र है। स्टेशन हो या फिर ट्रेन, यहां रेल प्रशासन ने रेल बनाने पर लगाई रोक। इसका कारण यह है कि जानकारी मीटिंग के बाद विज ने उसे पकड़ लिया और सीधे पोस्ट लेकर आ गया। जब उनसे पूछताछ की गई तो पहले पूरी तरह से मछली पकड़ने और कुछ का भी खुलासा करने की बात कही गई।
लेकिन, तीरंदाज़ का तानाबाना देखकर वह समझ गया कि प्रतिबंध के नियमों को तोड़ने का प्रयास किया गया है। इससे पहले की कार्रवाई, उसने सब कुछ सच बताया। इस दौरान उनके चेहरे से मास्क हट गया। वह मध्यनगरी चौक में रहती है। युवाओं ने यहां अने की सहमति स्वीकार की। इस पर उसे चेतावनी छोड़ दी गई। अलौकिक हो कि स्पाइडरमैन एक काल्पनिक नायक है।
यूट्यूबर निकला युवा
युवक ने बताया कि उसका यूट्यूब में स्टॉपरमैन नाम से चैनल है। इसके टी को बढ़ावा देने और नए वीडियो बनाने के लिए स्टेशन भेजा गया था। किसी को परेशान करना या नुकसान पहुंचाना लक्ष्य नहीं है। उन्होंने यूट्यूब चैनल को भी दिखाया।