पर प्रकाश डाला गया
- अनिल अग्रवाल नीअम 15 और शुभम 10% का है श्रीनिवासन।
- 70 अभिलेख अभिलेख और 300 से अधिक हुई गिरफ़्तारियाँ।
- पूर्व मुख्यमंत्री चंबा का नाम भी शामिल है।
दीपक शुक्ला/नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। महादेव बुक सट्टा एप के मुख्य सलाहकार चंद्राकर की डकैती के बाद अब इस पूरे गिरोह में शामिल सभी लोगों के पार्ट दारियों का भी राजफाश हो रहा है। ऑफ़लाइन महादेव सट्टा ऐप के साम्राज्य में सबसे ज्यादा 50 प्रतिशत शेयर बाजार हैं। वहीं, सहयोगी रवि उप्पल का 25 फीसदी शेयर है।
वहीं, विधानसभा चुनाव के दौरान सामने आए शुभम सोनी का 10 प्रतिशत हिस्सा बताया जा रहा है। इसके अलावा रायगढ़ के उद्योगपति अनिल अग्रवाल, अतुल अग्रवाल की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत है। इस मामले में 70 मूलांक दर्ज हैं। 300 से ज्यादा की गिरफ़्तारी हुई है। इस मामले में महादेव सट्टा ऐप के पैसों को चुराया गया, टूटे हुए लोगों को बनाया गया। अब तक अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, चंद्रभूषण वर्मा, कोटा दास, नीतीश दीवान, भीम सिंह, अर्जुन यादव को गिरफ्तार किया जा चुका है।
ईओडब्ल्यू में दर्ज दस्तावेजों में पूर्व मुख्यमंत्री का नाम, अब स्मारक कर रही जांच
पुलिस ने मामले की जांच के बाद जांच शुरू कर दी है। सरकारी फेरबदल के बाद ईओडब्ल्यू में महादेव सट्टा एप के खिलाफ 19 लोगों के आश्रितों की गिरफ्तारी हुई। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री वाल्मा बजरंग का भी नाम है। सरकार ने अब रिसर्च को रिसर्च में शामिल किया है।
रिकॉर्ड में शामिल हैं सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल, शुभम सोनी उर्फ़ पिंटू, चंद्रभूषण वर्मा, कोटादास, संतीश चंद्राकर, लालची पहलवान, नीतिश दीवान, अनिल कुमार अग्रवाल, रोहित गुलाटी, विशाल आहुजा, अनिल दम्मानी, सुनील दम्मानी, भीम सिंह यादव, हरीशंकर टिबरवाल , सुन्दर बागड़ी नीकी जूनियर का नाम है।
नीतीश कुमार का कमरा मैड्रिड था
रायपुर सेंट्रल जेल में नीतीश दीवान बंद है। वह कई बार दुबई गई है। जानकारी के अनुसार शुरुआती दौर में नीतीश और सौरभ चंद्राकर के कमरे में राजभवन हुए थे। इसके बाद सौरभ का जब काम तेजी से फैल गया तो वह अपने लोगों से दूरियां बनाने लगा। नीतीश और सौरभ में खटास भी हो गए थे। हालाँकि वह काम कर रही थी।
बोरा खुद भी खेलता है जुआ
सौरभ से जुड़े लोगों ने बताया कि उन्होंने शुरुआत में महादेव सट्टा ऐप से अच्छी कमाई की थी। रोजाना 200 करोड़ रुपए आते थे। बोरा ने सट्टा अफेयर का शौक शुरू किया। उसने फिर से खेलना शुरू कर दिया। और काफी नैट भी वह हारा है।
चुनाव से पहले पूर्व सीएम का नाम, फिर से स्थिर
-डीएचडी ने नवंबर 2023 में एक कथित कैश कूरियर कोटा दास को गिरफ्तार किया था। दास और एक अन्य कोरियोग्राफर भीम सिंह यादव को भी गिरफ्तार किया गया था।
– उनके पास से करोड़ों की रिपेयर राशि भी बरामद हुई थी। इसमें बताया गया था कि यह पैसा दुबई से रायपुर लाया जा रहा था।
-शुभम सोनी ने वीडियो प्रसारित कर निजीकरण मुख्यमंत्री बघेल पर करीब 508 करोड़ रुपये का भुगतान करने का भी आरोप लगाया था।
– नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले एचडी ने आरोप लगाया था कि महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने पूर्व मुख्यमंत्री बालाजी को 508 करोड़ रुपये की रिश्वत दी थी।
– इसके साथ ही पीएचडी की किताब में भी स्टेनलेस स्टील के नाम का जिक्र था। बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में महादेव एप मामले में पूर्व कांग्रेस सरकार की घेराबंदी की थी.