नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। तारकोल क्षेत्र के खुदीराम बोस चौक को ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर सम्मानित किया गया था। इस दौरान वहां पर फिलीस्तीन के झंडे लगे हुए थे। किसी ने यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया। वीडियो प्रसारित होता ही पुलिस की टीम ने मौसिकी पर ध्वज निकाला दिया। इसके बाद मंगलवार को हिंदूवादी धर्मगुरुओं ने शैतान पर निशाना साधते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। यहां पुलिस ने मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. इन पर बी शियाओस की धारा 197(2) के तहत कार्रवाई की गई है। इस गंभीर उद्योग के लिए एसपी ने स्टेशनदार गोपाल सतपथी को हटा दिया है।
सोमवार को तारे बख्तरबंद क्षेत्र में फिलीस्तीन देश का झंडा स्थापित करने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस की टीम ने ध्वज फहराने के निर्देश दिए। जांच के दौरान पता चला कि ईद मिलादुन्नबी के मुद्दे पर गांव के लोगों ने सड़क को छोड़ दिया था। इसी दौरान किसी ने झंडे लगाए थे। इस संबंध में आसपास के लोगों से एक पूछताछ कर अधिक लोगों से दोस्ती की गई। पूछताछ के बाद पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कहां से आया झंडा, चल रही जांच
वीडियो प्रसारित होने के बाद पुलिस की टीम ने एक गरीब लोगों से पूछताछ की। इसके बाद पांच लोगों की गर्लफ्रेंड की मौत हो गई। अब झंडा कहां से आया इसकी जांच जारी है। प्राथमिक पूछताछ में पता चला है कि स्थानीय डेरेकी का ही डिज़ाइन किया गया आधिपत्य ध्वज सिलवाया गया है। इसकी तस्दीक की जा रही है। जांच के बाद दर्जी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
लोगों ने कहा कि रिश्तों का मामला हो दर्ज
वीडियो प्रसारित होने के बाद मंगलवार की सुबह हिंदूवादी संगठन के लोग बड़ी संख्या में थाने पहुंचे। उन्होंने दूसरे देश के ध्वज को गंभीर मामले के बारे में बताया। इस मामले की शिकायत में अधिकारियों ने संदिग्ध लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। इसके अलावा पूछताछ कर ध्वज कहां से आया इसकी भी जांच की मांग की गई है।
गुप्ता को तारांकित स्टेशन के सहायक के रूप में नियुक्त किया गया
गणेश विसर्जन और ईद मिलादुन्नबी के पर्व को देखते हुए अधिकारियों ने सभी थाना प्रभारियों को अपने-अपने क्षेत्र में कांस्टीट्यूशन कर स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए। इसके बावजूद तार तट क्षेत्र में दूसरे देश का झंडा लहराता रहा और स्टेशनदार को इसके स्टेशन तक नहीं लगी। एसपी रजनीश सिंह ने इसे गंभीर मामला बताया, मंगलवार की सुबह तार धारक प्रभारी गोपाल सतपथी को सिलिकॉन पुलिस लाइन पर भेजा गया। उनकी जगह पर करीब छह महीने से लाइन में गवाह पर्यवेक्षक जापान की कंपनी की कमान संभाली गई है।