नईदुनिया की पहल: “हाथ की छड़ें, उत्पाद के सामान” अभियान के तहत रस्सी से बंधे फलदार और चारदार औषधियां, प्रकृति संरक्षण के लिए एकजुट हुआ सीपत

सांकेतिक चित्र

पर प्रकाश डाला गया

  1. नईदुनिया के “पौधे फर्नीचर, वृक्ष अपनाएं” अभियान क्षेत्रवासियों का भरपूर सहयोग
  2. कार्यक्रम में एन.टी.पी.सी. के इंजीनियरों, उद्यमियों और क्षेत्रीय लोगों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया
  3. पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह सर्वकल्याणकारी अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है

नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। नईदुनिया के “पौधे क्वार्टर, वृक्ष अपनाएं” अभियान में क्षेत्रवासियों का व्यापक सहयोग देखने को मिला। कार्यक्रम के अंतिम चरण में सीपत एनटीपीसी के नेतृत्व में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी-इंग्लिश स्कूल सीपत में फलदार और छायादार अध्यापक का पद संभाला। इस कार्यक्रम में एन.टी.पी.एस.सी. के सचिवालयों और क्षेत्रों के निवासियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

समाज का सहयोग महत्वपूर्ण: परामर्शदाता भारती

एनटीपीसी के जन संपर्क अधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम के दौरान एनटीपीसी के जन संपर्क अधिकारी ने कहा कि समाज के सभी कलाकारों का सहयोग ही इस तरह के अभियानों को सफल बनाता है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण से केवल पर्यावरण की सुरक्षा नहीं होती, बल्कि यह आने वाली जगह के लिए भी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि एनटीपीसी पर्यावरण संरक्षण के प्रति सदैव अपनी निष्क्रियता का निर्वाह करता है। उन्होंने नईदुनिया के इस अभियान को भविष्य में समर्थन देते हुए रहने की बात कही।

शिक्षा के साथ पर्यावरण संरक्षण भी जरूरी: टी. विजयालक्ष्मी

स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट शाला सीपत की कार्यशाला टी. विजया लक्ष्मी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति विद्यार्थियों में शिक्षा का साथ-साथ जागरूकता भी जरूरी है। उन्होंने स्कूल के विद्यार्थियों को पौधारोपण में शामिल होने के लिए प्रेरित किया और बताया कि इस तरह के कार्यक्रमों से बच्चों में प्रकृति के प्रति जिम्मेदारी की भावना विकसित होती है। उन्होंने अभियान के तहत दिए गए इंजीनियरिंग की देखभाल को जारी रखने की बात कही।

प्रकृति के संरक्षण में योगदान दे: विनीता शर्मा

स्वामी आत्मानंद स्कूल की व्याख्या में अविश्वासा शर्मा ने कहा कि प्लांटरोपण से हमारे पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। उन्होंने इस अभियान की देखरेख करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास से हम जलवायु परिवर्तन की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।

अभियान को सफल बनाने में सहयोगी रहे

इस अभियान को सफल बनाने में मुख्य रूप से डा. सीवी रमन यूनिवर्सिटी, सत्य एटो प्राइवेट लिमिटेड, गोल्डनिमा एरा (सृष्टि इंफ्रा), महामाया डीएवी, एरीना एनीमेशन, प्रयास अकादमी, जय दुर्गा आयल मिल, आईपी विप्र कॉलेज, सेंट ज़ेवियर, एनटीपीसी सीपत, डीसीटी रियल इब्राहीम, और एलसीआईटी ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स का सहयोग जारी है।

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