नईदुनिया न्यूज, बिलासपुर। शहर का छात्र मिजोरम के सरकारी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस की पढ़ाई करता था। गुरुवार की रात वह दोस्त का जन्मदिन मनाने के लिए देहरादून गया था। वहां पर सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई। हादसे की सूचना पर छात्र के स्वजन देहरादून पहुंच गए हैं। शनिवार को शव लेकर शहर पहुंचेंगे। यहां पर शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।
नेहरू नगर में रहने वाले चंद्रशेखर साहू मेडिकल व्यवसायी हैं। उनका बेटा समर्थ साहू उर्फ गुनगुन (20) मिजोरम के सरकारी मेडिकल कालेज में एमबीबीएस द्वितीय वर्ष का छात्र था। समर्थ बुधवार को दोस्त का जन्मदिन मनाने के लिए देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में गया था। दोस्त का जन्मदिन मनाने के बाद समर्थ और उसके तीन और दोस्त दो बाइक पर सवार होकर शहर में घूमने निकले। प्रेमनगर क्षेत्र के चौक के पास तेज रफ्तार बाइक स्लीप होकर सड़क पर घसीटने लगी। इसी दौरान समर्थ का सिर चौक पर बने आइलेंड से टकरा गया। हादसे में समर्थ की मौके पर ही मौत हो गई। दोस्तों ने इसकी जानकारी समर्थ के स्वजन को दी। इस पर समर्थ के स्वजन शुक्रवार को ही देहरादून पहुंच गए हैं। पीएम के बाद वे शव लेकर बिलासपुर के लिए निकल गए। शनिवार को शव लेकर वे बिलासपुर पहुंचेंगे। शनिवार को ही अंतिम संस्कार कराया जाएगा।
इकलौता बेटा था, बेटी कर रही नीट की तैयारी
चंद्रशेखर का बेटा समर्थ पढ़ाई में तेज था। शहर में पढ़ाई के बाद वह मेडिकल की पढ़ाई करने मिजोरम गया था। चंद्रशेखर की एक बेटी रायपुर में रहकर नीट की तैयारी कर रही है। हादसे की सूचना मिलते ही पूरे परिवार में सन्नाटा छा गया है। समर्थ के घर में जान-पहचान वालों का आना-जाना लगा है।
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देवर के साथ अवैध संबंध, बेटे ने देख लिया तो मारपीट कर दी जान से मारने की धमकी
सकरी क्षेत्र में रहने वाली महिला का चचेरे देवर के साथ अवैध संबंध था। महिला के बेटे ने उन्हें आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। इस पर महिला और उसके देवर ने बालक की पिटाई की। साथ ही जान से मारने की धमकी दी। बाद में वे आए दिन मिलते थे और बेटे को मारपीट कर धमकी देते थे। पीड़ित बालक के पिता ने घटना की शिकायत सकरी थाने में की है। इस पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।
सकरी क्षेत्र में रहने वाले किराना दुकान संचालक ने बताया कि उसकी पत्नी और चचेरे भाई के साथ अवैध संबंध है। उन्होंने 18 अगस्त की दोपहर पत्नी और चचेरे भाई को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया। इसका विरोध करने पर महिला और चचेरे भाई ने उनसे गाली-गलौज की। इस पर दुकान संचालक ने अपने ससुर को बुलाकर घटना की पूरी जानकारी दी। साथ ही पत्नी को मायके भेज दिया। मां के जाने के कुछ महीने बाद भी उनका बड़ा बेटा यश गुमसुम रहता था। पूछताछ में बालक ने अपने पिता को बताया कि मां और चाचा आए दिन मिलकर गलत काम करते थे। पहली बार जब उसने दोनों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा तो मां और चाचा ने मारपीट कर जान से मारने की धमकी देकर चुप रहने के लिए कहा। इसके बाद वे आए दिन बालक की पिटाई करते थे। घटना से बालक अब भी सदमे में है। घटना की शिकायत पर पुलिस ने जुर्म दर्ज कर मामले को जांच में लिया है।