नईदुनिया प्रतिनिधि, अंबिकापुर: कांग्रेस संगठन में छत्तीसगढ़ के विकास कार्यों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, वहीं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी में शामिल हैं। इन दोनों के बीच छत्तीसगढ़ में राजनीतिक उथल-पुथल किसी से छिपी नहीं है। इस बीच प्रदेश में राहुल गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार जाने के बाद पूर्व वर्ष का दिल्ली में कद बढ़ रहा है। दो दिन पहले कांग्रेस ने हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड, जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के लिए पत्र बनाने की घोषणा की और अपनी बड़ी जिम्मेदारी दी। उनके साथ अमिताभ जीसस को भी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने जिम्मेदारी दी है। वर्ष 2018 के छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए भी टी.एस. सिंहदेव ने चुनाव की घोषणा पत्र समिति का संयोजक बनाया था। पिछले लोकसभा चुनाव में भी उन्हें घोषित पत्र समिति में प्रमुख जिम्मेदारी दी गई थी। वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सत्ता की वापसी में सिंहदेव के घोषित पत्र को महत्वपूर्ण माना गया था। घोषना पत्र के लिए उन्होंने प्रदेश का दौरा कर समाज और संगठन के लोगों से भी मुलाकात की थी।
2023 विधानसभा चुनाव में सिंहदेव ने घोषित किया चुनाव पत्र समिति में रहने की अनिच्छा बताई गई थी। चुनाव में कांग्रेस हार गई लेकिन कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने एक बार फिर सिंहदेव पर भरोसा जताया है।
बता दें, छत्तीसगढ़ में 2018 में मैसाचुसेट्स प्रदेश अध्यक्ष पद पर आसीन हुए थे और नेता प्रतिपक्ष सिंहदेव की जोड़ी ने कांग्रेस में 15 साल की क्रांति वाली डा. रमन सिंह की सरकार बनाई थी, तब भाजपा 15 विभागों में बनी थी। कांग्रेस की यह छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ी जीत थी। बड़ी जीत के बाद भी कांग्रेस नेतृत्व ने काफी जद्दोजहद के बाद अटल बिहारी वाजपेयी को प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया था।दावेदार सिंहदेव भी थे। यह भी चर्चा पांच साल तक चलती रही कि दोनों को बहुमत-दो साल मौका मिला, जाने की बात थी। राज्य में सरकार बनने के बाद दोनों की जोड़ी टूट गई और राहें भी अलग-अलग हो गईं। विवाद तब और बढ़ गया जब सिंहदेव ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग से त्यागपत्र दे दिया। छत्तीसगढ़ में दोनों के बीच इतनी बढ़ोतरी हुई कि कांग्रेस संगठन ने 2023 के विधानसभा चुनाव में चार महा पूर्व सिंहदेव को आश्वासन दिया और प्रतिभाग विभाग के ऊर्जा विभाग पर मामला काफी बढ़ गया।
यह सब कारण भी छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। लोग इतने नाराज थे कि उत्तर छत्तीसगढ़ के 14 में से 14 अतिथि कांग्रेस हार गये। और कार्यकर्ता फोड़ने लगे। इसके बाद कई बंदूकों में बुलेट प्रूफ़ बनाया गया और ऑर्गनाइज़ेशन ने सिंहदेव को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया। उन्हें चुनावी घोषणा पत्र समिति में अहम जिम्मेदारी दी गई थी और अब चार राज्यों के चुनाव में घोषणा पत्र समिति की अहम जिम्मेदारी दी गई है।
संगठन का सिपाही हूं, जो जिम्मेदारी रखता है: विवरण
पूर्व प्रशिक्षक टीटीएस सिंहदेव ने कहा कि मैं कांग्रेस संगठन का सिपाही हूं, मुझे जो इसकी जिम्मेदारी देता है। कांग्रेस संगठन में मुझे यह समझ में आता है। मैं संगठन के प्रति आकर्षित हूं। भविष्य में भी मुझे जो जिम्मेदारी मिलेगी उसे सहर्ष स्वीकार कर लेंगे।