पर प्रकाश डाला गया
- अवकाश अवधि का स्वयं का वेतन अवकाश का मामला है
- जांच में आरोप की पुष्टि होने पर विभाग ने सस्पेंड कर दिया
- पूर्व में भी ईई विजय जैमनिक लामा समय से मस्जिद में प्रवेश कर रहे थे
नईदुनिया प्रतिनिधि,जशपुरनगर। जशपुरनगर जल संसाधन विभाग के मुख्य कार्यपालन प्लांट विजय जैमनिक को शासन ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। जारी किए गए निलंबन आदेश के अनुसार विजय जैमनिक पर बिना सक्षम अधिकारी के छठे के अवकाश अवधि का स्वयं का वेतन रैली और विकलांगता विभाग में विकलांगता मामलों के विभाग ने जांच समिति का गठन किया था।
जांच में आरोप की पुष्टि विभाग ने जैमनिक के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान कुनकुरी के पूर्व विधायक यूडी मिंज ने विजय जैमनिक को लेकर एक पत्र लिखा था। इस पत्र में आस्था के केंद्र सोगड़ा आश्रम पर जमनीक की पोस्टिंग पर आरोप लगाए जाने से विवाद की स्थिति बन गई थी।
चारों ओर से हुई आलोचना के बाद पूर्व विधायक यूडी मिंज ने ली को इस मामले में लिखित माफी से मुक्त कर दिया था। डेज़ डेज़ जैमनिक उस समय चर्चा में आये जब उन्होंने सरगुजा में अपने पद पर आसीन होकर उच्च न्यायालय में चुनौती दी। अपनी याचिका में न्यायालय को बताया गया था कि उनकी सेवा निवृत्ति कुछ महीने ही शेष है, इसलिए उनकी नियुक्ति नियमावली के विपरीत है। इसी आधार पर उच्च न्यायालय से स्टैगन ऑर्डर मिल गया था।
इसके बाद इंटरनेट मीडिया विभाग द्वारा जामनीक द्वारा लिखित पत्र इंटरनेट मीडिया में प्रसारित किया गया। उन्होंने रिकार्ड में गड़बड़ी का दावा करते हुए बताया कि उनकी सेवा निवृत्ति में एक साल का समय बचा है। अभी कुछ दिन पहले उन्होंने विभाग को शिकायत पत्र में लिखा था कि उनके कार्यालय में तीन कथित जांच अधिकारियो ने महत्वपूर्ण दस्तावेज की मूल प्रति गायब कर दी है।