छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से होगी धान का संबंध, जानिए कितना होगा समर्थन मूलयोग्य, खाद्य मंत्री मित्रा बेगल ने दी जानकारी

छत्तीसगढ़ में धान का मामला। प्रतीकात्मक फोटो

पर प्रकाश डाला गया

  1. वित्तीय वर्ष 2023-24 से 16 लाख टन टन सबसे ज्यादा होगी
  2. किसानों से 21 सामान्य प्रति नामांकन के भाव से होगी धान जुटाना
  3. छत्तीसगढ़ में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से होगी धान मांग

राज्य ब्यूरो, नईदुनिया रायपुर। छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से धान खरीदी करने की तैयारी है। राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की तुलना में 16 लाख टन अधिकांश धान का अनुमान लगाया है। इस साल सरकार ने 160 लाख टन टन धान की खरीद की तैयारी पूरी कर ली है। खाद्य मंत्री बेलगाम में सोमवार को मसाला सीजन में वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान का जोड़ा एवं कस्टम मिलिंग की नीति की समीक्षा हुई।

इस बैठक में मंत्रिमण्डलीय उपसमिति ने दीपावली के बाद धान की स्थिति का निर्णय लिया। बैठक के बाद समिति के अध्यक्ष एवं खाद्य मंत्री फ़्लोरिडा दास ने सुझाव दिया कि 3,100 रुपये प्रति भाव से 21 मार्च 2018 तक धान की आपूर्ति की जाएगी। सभी धान केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक वेइंग मशीन से ही मिलेगी की जाएगी और इसके लिए 30 हजार गठान बारदाने की जरूरत होगी।

उन्होंने कहा कि राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में ही यह अंतिम निर्णय लिया जायेगा. इस बैठक में कृषि मंत्री रामविचार नेता, वित्त मंत्री चौधरी चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी खिलाड़ी, अपर मुख्य सचिव ऋचा शर्मा, कृषि उत्पादन आयुक्त रेनू पिल्ले समेत अन्य अधिकारी शामिल हुए.

प्रदेश में लगभग 37.46 लाख किसान परिवार

प्रदेश में लगभग 37.46 लाख किसान परिवार है। इनमें से 80 प्रतिशत किसान लघु और ऑटोमोबाइल श्रेणी में आते हैं। वहीं यहां धान, सोयाबीन, उड़द और अरहर मुख्य फसलें हैं। पिछले वर्ष समर्थित मूल्य रिकार्ड 144.92 लाख टन धान की संख्या हुई थी।

इस पर भी हुई चर्चा

बैठक में धान उठाव और कस्टम मिलिंग, सेंट्रल पूल और छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमाव और परिवहन के संबंध में भी विस्तार से चर्चा की गई। चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष भी साथ-साथ धान का उठाव किया जाएगा।

31 मार्च तक अनिवार्य रूप से धान उठाव का निर्णय लिया गया है। कंप्यूटर, इंटरनेट के साथ ही उपार्जन केंद्र पर आने वाले किसानों की बैठक और विचार-विमर्श की व्यवस्था के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।

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