छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में पिछले 17 मई से चल रहा सतनामी समाज का प्रदर्शन सीबीआइ जांच की मांग को लेकर सोमवार शाम को उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार की शाम कलेक्टर और एसपी कार्यालयों में आग लगा दी। उग्र प्रदर्शन को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है।छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में सतनामी समाज के उग्र प्रदर्शन के बाद सरकार एक्शन में आ गई है। जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। इधर, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की है। सीएम ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि सतनामी समाज का यह प्रदर्शन पिछले एक महीने से जारी है।आपको बता दें कि बलौदा बाजार में पिछले 17 मई से चल रहा सतनामी समाज का प्रदर्शन सीबीआइ जांच की मांग को लेकर सोमवार शाम को उग्र हो गया। प्रदर्शनकारियों ने सोमवार की शाम कलेक्टर और एसपी कार्यालयों में आग लगा दी। पथराव किया, 200 से अधिक दोपहिया और करीब 50 चारपहिया वाहनों को फूंक दिया। इससे दोनों कार्यालयों में रखे अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज भी नष्ट हो गए।
प्रदर्शनकारियों ने कई इलाकों में की तोड़फोड़
प्रदर्शनकारियों ने लगभग एक घंटे तक बलौदा बाजार कलेक्टर परिसर व शहर के कई इलाकों में तोड़फोड़ की। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया। पुलिस ने कुछ उपद्रवियों को हिरासत में लिया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने मुख्य सचिव अमिताभ जैन तथा पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा से वहां के हालात की जानकारी ली। पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
शांति और सौहार्द बनाए रखें – सीएम साय
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने लोगों से शांति और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। इसके साथ ही आइजी व कमिश्नर को तत्काल घटनास्थल पर भेजा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मुख्य सचिव और डीजीपी को तलब कर घटना की प्रारंभिक जानकारी ली एवं रिपोर्ट भी मंगाई है। उन्होंने कहा कि गिरौदपुरी की अमर गुफा मामले में पूर्व में ही न्यायिक जांच के लिए गृहमंत्री विजय शर्मा को निर्देशित किया जा चुका है। सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आखिर क्यों नाराज हैं सतनामी समाज के लोग?
जैतखाम (जैत यानी जय और खाम यानी खंभा। जैतखाम मूलरूप से सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है, जो उनके संप्रदाय का प्रतीक है) तोड़े जाने से नाराज समाज के लोग कलेक्ट्रेट के पास स्थित दशहरा मैदान में बीते 17 मई से ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। इसमें दूसरे राज्यों के सतनामी समाज के लोग भी शामिल हुए थे। 18 मई को कलेक्टर केएल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार को आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए ज्ञापन सौंपा था। सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग सीबीआई जांच की मांग को लेकर लेकर उग्र हो गए। इसके बाद हालात बिगड़ते चले गए।