पर प्रकाश डाला गया
- मां ने प्रेमी को बताया आत्महत्या के लिए जिम्मेदार
- कहा-मिस्त्री का बेटी के साथ था रिश्ता
- बेटी से वह रुपयों की मांग करती थी।
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा : सुनालिया पुल से नहर में बजरी वाले पत्थर की मौत रायगढ़ जिले के खरसिया में मिली है। मुर्दाघर के अवशेष मुर्दाघर में रहने वाली एकता मरावा के रूप में हुई है। उसकी मां ने अपने प्रेमी के लिए बेटी की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया और पुलिस से शिकायत की।
सोमवार की रात पावर हाउस रोड स्थित सुनालिया नहर पुल के पास एक छत्र नहर में कूद गया। उसके पानी में विपक्षी विपक्ष ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। उसके लिए सहारा- आराम में मिस्त्री काम करने वाला एक कर्मचारी और सरकारी पुलिस ने भी नहर में सामान रखा, लेकिन दोनों को उसे सहारा में सफलता नहीं मिली। घटना के चार दिन बाद खरसिया में नहर में फंसी लाश लोगों ने देखी और पुलिस को सूचना दी। शव को बाहर निकालने के बाद पहचानने की कोशिश की गई।
उनकी पहचान कोरबा में स्थित जंपी यूनिटी मरावा के रूप में मुचापार कॉलोनी निवासी उनकी मां शोभा मरावा ने की। उन्होंने कपड़े के आधार पर पहचान की। शोभा ने पुलिस को बताया कि उसकी बेटी नवमीं कक्षा में पढ़ती है। बेटी से वह रुपयों की मांग करती थी। यूनिटी किसी ने किसी से मेरे लिए रुपए मांगे कर सेवाएं दी थीं। इससे वह बेहद परेशान रहती थी। संतोष की प्रतिज्ञा से विश्वास की ओर यह कदम उठाया गया है। एकता की गुमशुदगी की सूचना शोभा ने मानिकपुर पुलिस कार्यालय में सबसे पहले दर्ज कराई है। शोभा ने पुलिस से संतोष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।