पर प्रकाश डाला गया
- नागरिक में गुस्सा
- दोपहर के बाहर चित्र पर बैठे
- आरोपियों को जल्दबाज़ी और फांसी की सजा देते रहे
नईदुनिया न्यूज, सूरजपुर: सूरजपुर जिले में सामुद्रिक प्रधान आरक्षक तालिब शेख की पत्नी महनाज शेख और आलिया तालिब की नृशंस हत्या की घटना के बाद नगर के लोग उद्वेलित हो उठे। बड़ी संख्या में लोगों ने नासिक के बाहर हड़ताल दे दी है। व्यवसायियों ने विरोध में अपने स्टोर बंद कर दिए। जिला मुख्यालय में आईजी आश्रम परिसर, आश्रम परिसर में पुलिस के उच्च अधिकारी और बड़ी संख्या में कारखाने मौजूद हैं। लोगों को जल्दबाज़ी और फांसी देने की मांग की जा रही है। इस बीच बोल भीड़ ने पुराने बस स्टैंड के पास स्थित मुख्य संदेही पुडुचेरी के घर और गोदाम में धावा दिया। घर में फ़्रॉस्ट फ़्रॉस्ट करने के बाद वहाँ के फ़्लोरिडा फ़्लोरिडा में आग लग गई। पूरे नगर में यूरोअमेरिकन की स्थिति बन गई। शांति व्यवस्था बनाने के लिए शहर में भारी संख्या में पुलिस बल की स्थापना की गई है। पुलिस अधिकारियों एवं वृद्ध नागरिकों की समझ पर दोपहर बाद नासिक के बाहर हड़ताल समाप्त हो गई।
पुलिस ने आरोपियों की कार में की फायरिंग-
सूरजपुर जिले के लाटोरी पुलिस चौकी अंतर्गत करवां गांव में पुलिस ने एक स्विफ्ट कार पंचर को जब्त कर लिया है। उक्त कार के दरवाजे और अंदर के हिस्सों में खून के कुछ धब्बे भी नजर आ रहे हैं। यहां के फार्मासिस्ट अहिरे का कहना है कि देर रात पुलिस की खोजी टीम ने संदिग्ध कार का पता लगाया था, लेकिन उस कार के टायरों में आग लगाकर उस पर हमला नहीं किया गया था। आरोपियों की ओर से भी हथियार की बात कही जा रही है। हालांकि इस दौरान पुलिस के हाथ कोई नहीं लगा।
खौलाता तेल के डिब्बे पर आरक्षक गंभीर-
घटना के एक अन्य अधिकारी भी सामने आए हैं। बताया गया कि रविवार शाम को आदतन बदम्लम मालदीव के समर्थकों से पुराने मामले को लेकर विवाद हुआ था। कार्यक्रम के वक्ता आरक्षक खालिद सोनवानी और प्रधान आरक्षक तालिब शेख चौपाटी में मौजूद थे। विवाद के दौरान उक्त नौकरानी ने खौलता के ऊपर तेल का तेल उड़ा दिया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया। उन्हें अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती किया गया है। इस मामले में पुलिस ने बहुमत पूंजी के खिलाफ अपराध पंजीकरण कर लिया है। इसके बाद पुलिस ने कहा कि बदमाश की तलाश में जगह-जगह सामान कर रही थी। बरात होते समय जुर्गी ने पुलिस वाहन पर गाड़ी चढ़ाने का भी प्रयास किया था। इस दौरान वहां तालिब शेख भी मौजूद थे। वह भी डकैती के आरोप में विस्फोटक पुलिस टीम के साथ घूम रहा था। इसी बीच देर रात तालिब शेख के परिवार में यह घटना घटी। इस खतरे को देखते हुए कहा जा रहा है कि अलाबम लक्ष्मी ने अपने परिवार के सदस्यों का सफाया कर दिया है। बेरोजगार बेरोजगारों के पकड़ने के बाद ही यह मामला स्पष्ट हो गया।
आइजी वाॅक्टर ने मोर्चा संभाला-
नगर में नागालैंड की स्थिति बनी हुई है और सभी आतंकवादियों और घरों में आग लगी हुई है, उसके बाद उसके परिवार के सभी मंडलों को पुलिस ने अपनी सुरक्षा में ले लिया है। भीड़ द्वारा आग लगाने के बाद वहां मौजूद लोगों का प्रयास करने वालों पर लोगों द्वारा पुलिस पर हमला करने से भी परेशानी हुई। इस बीच शाम को आइजी स्मारक गर्ग एवं रजिस्ट्रार रोहित व्यास मठ पर। पुलिस बल ने वहां पर भीड़ जमा करना शुरू कर दिया। दोनों अधिकारियों की टीम में शामिल होने के लिए आग्नेयास्त्र फ़ायरफ़ायर की टीम को बुलाया गया है।
भीड़ ने शैतान पर बोला हमला, लात मारी बाराचई जान-
पुराने बस स्टैंड के पास के प्रमुख व्यापारियों के घर और पोर्टफोलियो में फ़्लोरिडा की घटना के बाद, प्रधान मंत्री जगनमुनि वर्मा फ़ायरवॉल टीम को डेक पर जगह की जानकारी दी गई। उन्होंने लोगों को समझाया कि फ़ायरफ़ायर को आग लगाने वाले सब्सट्रेट का आग्रह किया। चमत्कारी ज्वालामुखी पर हमला। वहां मौजूद शैतान सक्रिय और वैज्ञानिक बनकर वहां से भागा और समुद्र तट के अंदर घुस गया।
महगवां में स्थित दो ज्वालामुखी भी आग-
ओल्ड बस स्टैंड स्थित घर व ज्वालामुखी बटालियन के अंदर आग लगने की स्थिति के बाद भीड़ ने कोलोराडो और उसके स्वजन की महगवां रिंग रोड और महगवां बटालियन के अंदर मौजूद दो ज्वालामुखी ज्वालामुखी को भी आग के घाट कर दिया। दोनों ज्वालामुखी में भीषण आग के बीच वहां विश्राम के दृश्य से आसपास के लोग घूमते हुए चले गए। फ़ायर टीम को भीड़ द्वारा रोका गया, नीचे दिए गए विवरण से आग्नेयास्त्रों को निकाला गया और वहां सामान रखा गया।
अब और वैज्ञानिक नहीं- सिंहदेव
प्रदेश के पूर्व वैज्ञानिक टैग्स सिंहदेव ने सूरजपुर की घटना को लेकर कहा कि छत्तीसगढ़वासी बहुत ही कष्ट के साथ प्रदेश को एक अप्रत्यक्ष अपराध प्रदेश में होते हुए देख रहे हैं। अपराधी निर्भिक उनके जैसे हैं या तो प्रशासन का डर नहीं है, या उनका समर्थन पूरा विश्वसनीय है। सूरजपुर में प्रधान रक्षक की पत्नी और बेटी की बेटी से हत्या में एक बार फिर सरकार और कानून-व्यवस्था की निष्क्रियता को शामिल किया गया है। जब एक जादूगर के परिवार को इस तरह का खतरा है, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या हाल होगा? सरकार की सुरक्षा व्यवस्था में नाकामी ने हमारे समाज को एक डरावने भविष्य में झोंक दिया है। सिंहदेव ने कहा कि दुर्दांत अपराधी निर्मम हत्याएं जैसे भयंकर से भयंकर अपराध में किस प्रकार के अपराधी हो जा रहे हैं – पुलिस प्रशासन को इतना दुर्दांत अपराधी क्यों बनाया गया है कि वो स्वयं खतरों में हैं? भाजपा सरकार जवाब दे कि प्रदेश को ऐसी गरीबी और अराजकता कब तक सहन करनी पड़ेगी? याद आ रहे हैं हमारे सुरक्षा बल और उनके परिवार भी छत्तीसगढ़ परिवार का हिस्सा हैं। वे ऐसे अन्याय और अपराध का विरोध कर रहे हैं। अब और शख़्सियत नहीं।
यहां से शुरू हुआ विवाद-
कुख्यात बदमाश शहजादी और सूरजपुर के जासूसों का विवाद पिछले साल तब शुरू हुआ था जब उनके और स्वजन के खिलाफ जिपं अध्यक्ष की कार्रवाई की गई थी। एक वर्ष से जिले में प्रवेश पर प्रतिबंध के बावजूद सूरजपुर में छिपकर रह रहा था। सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर भंडारगृह पर जेल भेज दिया था। हाल ही में एक और घटना हुई। बताया गया कि नवरात्र के दौरान सूरजपुर में जगराता कार्यक्रम में पुडुचेरी के बड़े भाई के साथ कुछ लोगों का विवाद हो गया। आरोप है कि स्थानीय नेताओं के दबाव में व्लादिमीर के भाई को पुलिस की पकड़ में ले जाया गया, जहां उनका साथ भी हुआ। इस बात को लेकर ट्वीटर ने कहा, ‘हुज्जतबाजी भी की थी। इस घटना के बाद वह प्रधान आरक्षक तालिब शेख, आरक्षक भंडारी सोनवारी सहित कुछ अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। इस बीच घटना की शाम सूरजपुर के चौपाटी में उनके इन सहयोगियों से लेकर पुरानी बात को लेकर फिर से विवाद हो गया और इसी दौरान अलाउदम साहू ने एक बिरयानी सेंटर से खौलता तेल का भंडार सोनवानी के ऊपर उड़ा दिया था। इससे वह गंभीर रूप से झुलस गई। घटना के बाद प्रधान रक्षक तालिब शेख सहित अन्य खंड खंड खंड भंडार को पकड़ने का प्रयास किया गया। उसने कार से कुचलने का प्रयास किया और वहां से भाग निकला। उनका पता चला और यहां महगवां स्थित प्रधान रक्षक के घर में गंभीर घटना घटी।