
रांची के जेएससीए ओवल ग्राउंड पर क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा गया। बिहार ने विजय हजारे ट्रॉफी प्लेट 2025-26 के एक मैच में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ 50 ओवरों में 6 विकेट के नुकसान पर 574 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। यह स्कोर न केवल बिहार के लिए एक रिकॉर्ड है, बल्कि लिस्ट ए क्रिकेट के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा टीम टोटल है। बिहार की टीम ने इस पारी में प्रति ओवर 11.48 रनों की अविश्वसनीय रन गति बनाए रखी, जो उनकी धमाकेदार बल्लेबाजी का प्रमाण है।
वैभव सूर्यवंशी ने 84 गेंदों पर 190 रनों की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे। उनका स्ट्राइक रेट 226.19 का रहा। उन्होंने मैदान के हर कोने में शॉट्स लगाए और अरुणाचल के गेंदबाजों को पूरी तरह से बेबस कर दिया। जब वे 261 रनों के स्कोर पर आउट हुए, तब तक बिहार एक बड़े स्कोर की ओर बढ़ चुका था।
इसके बाद, आयुष लोहारूका ने 56 गेंदों पर 116 रन बनाए, जिसमें 11 चौके और 8 छक्के शामिल थे। कप्तान शकिबुल गनी ने 40 गेंदों पर नाबाद 128 रनों की तूफानी पारी खेली, जिसमें 12 छक्के और 10 चौके जड़े। उनका स्ट्राइक रेट 320.00 था। इन बल्लेबाजों के तूफानी प्रदर्शन ने बिहार को उस स्कोर तक पहुंचाया जो पहले अकल्पनीय लग रहा था।
पियुष सिंह ने 66 गेंदों पर 77 रनों का महत्वपूर्ण योगदान दिया, जिसने मध्यक्रम को स्थिरता प्रदान की। मंगल मौरूर के शुरुआती रनों ने भी मंच तैयार किया। अरुणाचल प्रदेश के गेंदबाज पूरी तरह से दबाव में दिखे। मिबॉम मोसु ने 116 रन लुटाए, और किसी भी गेंदबाज का इकॉनमी रेट 9 से कम नहीं रहा।
बिहार का यह 574/6 का स्कोर अब लिस्ट ए क्रिकेट के इतिहास में दर्ज हो गया है, जिसने इंग्लैंड और तमिलनाडु जैसे दिग्गजों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। यह न केवल बिहार क्रिकेट के लिए, बल्कि भारतीय घरेलू क्रिकेट के लिए भी एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।






