
ऑस्ट्रेलिया के मुख्य कोच एंड्रयू मैकडॉनल्ड ने मार्नस लाबुशेन की बल्लेबाज़ी में हालिया गिरावट को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने बताया कि उनके अनुसार, यह स्टार बल्लेबाज़ एशेज श्रृंखला में बड़े स्कोर बनाने से क्यों चूक रहा है। पिछले कुछ सालों से ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम का एक अहम हिस्सा रहे लाबुशेन, इस पांच मैचों की श्रृंखला में अपेक्षाकृत शांत रहे हैं। अब तक चार टेस्ट मैचों में, उन्होंने 24.86 की औसत से 174 रन बनाए हैं, जिसमें दो अर्धशतक और 65 का सर्वोच्च स्कोर शामिल है। श्रृंखला का अंतिम टेस्ट अभी बाकी है, और लाबुशेन निश्चित रूप से इसे मजबूती से खत्म करना चाहेंगे।
**तकनीक नहीं, मानसिकता है समस्या:**
‘एसईएन’ से बात करते हुए, मैकडॉनल्ड ने सुझाव दिया कि लाबुशेन की समस्याएं तकनीकी से ज़्यादा मानसिक हैं। ऑस्ट्रेलियाई कोच के मुताबिक, जब यह बल्लेबाज़ क्रीज़ पर बहुत ज़्यादा सतर्क हो जाता है, तो वह खुद को मुश्किल में डाल लेता है। मैकडॉनल्ड ने कहा, “मुझे लगता है कि मार्नस के साथ, और उन्हें यह कहने में कोई आपत्ति नहीं होगी, जब वह रन बनाने का इरादा खो देते हैं, तो वह गलत पोजीशन में आ जाते हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जब वह गेंदबाजों पर दबाव वापस डालने की कोशिश करते हैं, तो वह अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में होते हैं।”
**सकारात्मक इरादे से खेलते हैं लाबुशेन:**
मैकडॉनल्ड ने समझाया कि लाबुशेन की सफलता हमेशा तब आई है जब उन्होंने सकारात्मक इरादे से खेला है, रन बनाए हैं और गेंदबाजों को अपनी रणनीति बदलने पर मजबूर किया है। हालांकि, जब वह बहुत ज़्यादा रक्षात्मक हो जाते हैं, तो यह गेंदबाजों को सहज होने और दबाव बनाने का मौका देता है।
**एशेज से पहले शानदार फॉर्म:**
ऑस्ट्रेलियाई कोच ने यह भी बताया कि एशेज से पहले लाबुशेन शानदार फॉर्म में थे। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया की हार के बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था, लेकिन इस दाएं हाथ के बल्लेबाज ने शेफील्ड शील्ड में दो शतक और तीन लिस्ट ए शतक बनाकर जोरदार वापसी की थी। इन प्रदर्शनों ने उन्हें टेस्ट टीम में वापसी दिलाई थी। हालांकि, इस गर्मी में घरेलू फॉर्म को उच्चतम स्तर पर दोहराना एक चुनौती रही है।
हालिया गिरावट के बावजूद, मैकडॉनल्ड ने जोर देकर कहा कि टीम को लाबुशेन की काबिलियत पर पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया कि मुश्किल बल्लेबाजी की परिस्थितियां और उच्च गुणवत्ता वाले गेंदबाजी आक्रमण ने भी भूमिका निभाई है, और ध्यान क्रीज पर अधिक सक्रिय दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है। मैकडॉनल्ड ने कहा, “वह इस पर काम कर रहे हैं। इन परिस्थितियों में बल्लेबाजी करना आसान नहीं है। लेकिन यह मानसिकता के बारे में है, रन बनाने के इरादे से बाहर जाना।” उन्होंने जोड़ा, “वह अभी भी टेस्ट क्रिकेट में 40 से अधिक का औसत रखते हैं, जो उनकी गुणवत्ता वाले खिलाड़ी होने की गवाही देता है।”
**मजबूत अंत का लक्ष्य:**
ऑस्ट्रेलिया पहले ही एशेज श्रृंखला में 3-1 से आगे है, ऐसे में लाबुशेन अंतिम टेस्ट में अभियान को शानदार तरीके से खत्म करने के लिए उत्सुक होंगे। एक धाराप्रवाह पारी न केवल संदेहों को शांत कर सकती है, बल्कि भविष्य की लाल गेंद की प्रतियोगिताओं में ऑस्ट्रेलिया के मध्य क्रम में उनके महत्व को भी पुष्ट कर सकती है।






