
पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने इंग्लैंड श्रृंखला में जसप्रीत बुमराह के केवल तीन टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध रहने के फैसले पर सवाल उठाए हैं। चोपड़ा का मानना है कि ऐसी घोषणा से विपक्षी टीम को एक रणनीतिक बढ़त मिल सकती है, जिससे उन्हें उसी के अनुसार योजना बनाने की अनुमति मिलती है। उन्होंने बताया कि बुमराह की सीमित भागीदारी का खुलासा करने से विपक्ष को उनकी अनुपस्थिति के आसपास रणनीति बनाने की अनुमति मिलती है, जिससे संभावित रूप से पिच की स्थिति और समग्र खेल योजनाओं पर असर पड़ता है। चोपड़ा ने बुमराह, शमी और सिराज जैसे प्रमुख खिलाड़ियों की अनुपस्थिति में टीम का समर्थन करने के लिए अगली पीढ़ी के तेज गेंदबाजों को विकसित करने के महत्व पर भी चर्चा की।