रविवार को किंग्स इलेवन पंजाब और मुंबई इंडियंस के मुकाबले का नतीजा सुपर ओवर में आया। वो भी एक नहीं, बल्कि दो सुपर ओवर हुए। कई फैंस का मानना है कि मैच में मुंबई को हार इसलिए मिली क्योंकि दूसरे सुपर ओवर में बुमराह की जगह बोल्ट ने गेंदबाजी की। आखिर ऐसा क्यों हुआ? हम आपको इस बारे में बता रहे हैं-
पहले सुपर ओवर में स्कोर बराबर हो गया था। इस कारण ऐसा करना पड़ा। 2019 में हुए वनडे वर्ल्ड कप से पहले सुपर ओवर टाई होने पर अधिक बाउंड्री लगाने वाली टीम विजेता बनती थी। पर वर्ल्ड कप के बाद इसमें बदलाव किया गया।
मैच टाई होने पर रिजल्ट निकालने के लिए इसका उपयोग किया जाता था। पहले यदि नॉकआउट मैच टाई होता था, तो ग्रुप में अच्छा प्रदर्शन करने वाली टीम विजेता बन जाती थी। पहली बार 2008 में न्यूजीलैंड-विंडीज के टाई टी-20 में इसका उपयोग किया गया था।
हर टीम की ओर से तीन बल्लेबाज और एक गेंदबाज का नाम देना होता है। दो बल्लेबाज के आउट होने पर पारी खत्म हो जाती है। यदि सुपर ओवर टाई हो जाता है तो दूसरे सुपर ओवर में नया गेंदबाज गेंद फेंकेगा। नियम के अनुसार, एक गेंदबाज को एक ही बार मौका मिलता है। इसी कारण मुंबई की ओर से बुमराह को दूसरे सुपर ओवर में गेंदबाजी नहीं मिली।
वहीं यदि कोई बल्लेबाज एक बार आउट हो जाता है तो दूसरी बार नहीं उतर सकता। लेकिन यदि वह पहले सुपर ओवर में बल्लेबाजी करते हुए नाबाद रहता है तो वह दूसरे सुपर ओवर में भी उतर सकता है।
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