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भारत दौरे से पहले शाकिब विवाद में फंसे, बोर्ड की अनुमति के बगैर टेलीकॉम कंपनी से अनुबंध किया

बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने सेंट्रल कॉन्ट्रेक्ट का उल्लंघन करते हुए एक टेलीकॉम कंपनी के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर किए। शाकिब के इस रवैये के बाद बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीसी) ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया है।बोर्ड का कहना है कि अगर वे संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। नियमों के मुताबिक शाकिब  बोर्ड के इजाजत के बगैर कोई भी अनुबंध नहीं कर सकते।

बांग्लादेश की टेलीकॉम कंपनी ‘ग्रामीणफोन’ ने 22 अक्टूबर को देश के प्रमुख ऑलराउंडर को अपना ब्रांड एंबेसडर बनाने की घोषणा की थी। इस मामले में बीसीबी अध्यक्ष नजमूल हसन ने कहा कि शाकिब अगर इस मामले का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाते हैं तो बोर्ड उनके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उनसे मुआवजा मांगेगा।

’ग्रामीणोफोन ने सीधे क्रिकेटर्स को साइना करना शुरू किया‘

हसन ने कहा, ‘शाकिब ऐसी कोई अनुबंध नहीं कर सकते। इस बारे में कॉन्ट्रेक्ट पेपर में साफ बताया गया है। रोबी (टेलीकॉम) हमारा टाइटल स्पॉन्सर था। ग्रामीणफोन ने बोली नहीं लगाते हुए एक या दो करोड़ टका देकर सीधे क्रिकेटर्स को साइन करना शुरू कर दिया। आखिर में क्या हुआ, बोर्ड ने पिछले तीन साल में 90 करोड़ टका खो दिए।’

मुआवजे की मांग करेगा बांग्लादेश बोर्ड

हसन ने कहा, ‘हम कानूनी कदम उठाने जा रहे हैं, हम इस मामले में किसी को भी नहीं छोड़ सकते। हम मुआवजे की मांग करेंगे। हम खिलाड़ी के साथ-साथ कंपनी से भी हर्जाने की मांग करेंगे।’ उनके मुताबिक, ‘मैंने (23 अक्टूबर को) इस बारे में सुना और ग्रामीणफोन को मुआवजे के लिए कानूनी नोटिस भेजने के बारे में कहा। साथ ही मैंने शाकिब को भी स्पष्टीकरण के लिए एक पत्र भेजने के बारे में कहा। हम उन्हें यह साबित करने का पूरा मौका देना चाहते हैं कि उन्होंने किसी तरह का नियम नहीं तोड़ा। उनकी हरकत देखने से हमें कुछ ऐसा लग रहा है कि ‘बोर्ड भाड़ में जाए’ और अगर सचमुच ऐसा है तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।’

शाकिब के नेतृत्व में खिलाड़ियों ने की थी हड़ताल

शाकिब ने हाल ही में वरिष्ठ क्रिकेटरों मुश्फिकुर रहीम और मेहमुदुल्लाह रियाद के साथ मिलकर अन्य कई खिलाड़ियों की अगुवाई में 11 सूत्री मांगों को लेकर हड़ताल कर दी थी। इन मांगों में घरेलू मैच फीस और दैनिक भत्तों में बढ़ोतरी जैसी कई मांगें शामिल थीं। खिलाड़ियों की हड़ताल के बाद टीम का भारत दौरा भी खतरे में पड़ गया था। हालांकि बीसीबी की ओर से 11 में से 9 मांगें मान लिए जाने के बाद ये विवाद खत्म हो गया था। बांग्लादेश की टीम का भारत दौरा 3 नवंबर से शुरू हो रहा है। इसमें तीन टी-20 और दो टेस्ट होंगे।