चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान BJP में आपसी खींचतान, मंत्री हरलाल खर्रा ने बताया

चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान बीजेपी में आपसी खींचतान शुरू हो गई है। प्रदेश कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा जैसे दिग्गज नेता सरकार के कामकाज से नाखुशी जता चुके हैं। वहीं हरलाल सिंह खर्रा भी पार्टी की हार को लेकर कई कारण बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि इन कारणों को सुधार लिया होता तो हम राजस्थान में भी मध्य प्रदेश के जैसा प्रदर्शन करते।राजस्थान में लोकसभा चुनाव में बीजेपी अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई। मध्य प्रदेश में जहां कांग्रेस का सफाया कर दिया, वहीं राजस्थान में 25 में से 14 सीटों पर ही कब्जा जमा पाई। चुनाव परिणाम के बाद राजस्थान बीजेपी में आपसी खींचतान भी शुरू हो गई है। सत्ता और संगठन में तालमेल को लेकर सवाल उठने लगे हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी के बीच दूरी बढ़ गई है।लोकसभा चुनाव में 25 में से 11 सीटों पर हार के बाद राजस्थान भाजपा सत्ता और संगठन में तालमेल को लेकर सवाल उठने लगे हैं। प्रदेश के कृषिमंत्री डॉ.किरोड़ी लाल मीणा जैसे दिग्गज नेता सरकार के कामकाज से नाखुशी जता चुके हैं। साथ ही स्वायत्त शासन मंत्री हरलाल सिंह खर्रा ने टिकट वितरण में गड़बड़ी और आपसी तालमेल के अभाव को हार का कारण बताया है।

सीएम-डिप्टी सीएम के बीच दूरी

इस बीच मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी के बीच दूरी सार्वजनिक हो गई। जुलाई में पेश होने वाले बजट से पहले बुलाई गई बैठकों में दिया कुमारी को नहीं बुलाया गया, जबकि उनके पास वित्त विभाग का जिम्मा है।सीएम भजन लाल शर्मा ने गुरूवार को बजट पूर्व चर्चा के लिए कर्मचारियों संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ संवाद किया था। साथ ही बजट को लेकर अधिकारियों के साथ विचार-विमर्श भी किया। लेकिन दोनों बैठक को लेकर जारी किए गए नोटिस में दीया कुमारी का नाम शामिल नहीं था।

कांग्रेस ने उठाया सवाल

बैठक सीएम की अध्यक्षता में होने और उसमें मुख्य सचिव सुधांश पंत व वित्त विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अखिल अरोड़ा सहित करीब एक दर्जन अधिकारियों के मौजूद रहने का नोटिस में उल्लेख था, लेकिन दिया का नाम नहीं था। इस मुद्दे को लेकर जब चर्चाओं का दौर शुरू हुआ और कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने सवाल उठाया तो आनन-फानन में दिया को बैठक में आमंत्रित किया गया। पता चला कि वे जयपुर से बाहर हैं। उन्हें बैठक से ऑनलाइन जुड़ने का आग्रह किया गया। लेकिन वे बैठक से नहीं जुड़ीं।

कांग्रेस बोली- आपसी खींचतान है

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बजट से जुड़ी बैठक में वित्त मंत्री का मौजूद नहीं होना आश्चर्य की बात है। इससे यह साफ होता है कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री में तालमेल नहीं है। उन्होंने कहा, या तो दिया कुमारी को पहले सूचना ही नहीं दी गई और यदि सूचना देने के बावजूद भी वे बैठक में नहीं पहुंची तो खींचतान साफ नजर आती है। भाजपा के प्रदेश कार्यालय की ओर से सांसदों को गुरुवार को जयपुर स्थित पार्टी कार्यालय बुलाया गया।

यह उठ रहे सवाल

अब यह सवाल उठ रहा है कि दो दिन पहले ही बैठक में शामिल होने वाले प्रतिनिधियों के नाम और एजेंडा तय हो गया था तो फिर दिया को उसमें शामिल होने के लिए क्यों नहीं कहा गया। जबकि कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों व अधिकारियों को दो दिन पहले ही बैठक की सूचना दे दी गई थी।



Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use