- 10-Aug-2023
भोपाल,10 अगस्त । 14 वर्ष में भगवान श्रीरामचंद का वनवास तो खत्म् हो गया था, लेकिन श्रीरामचंद पथ गमन का खाका 14 वर्ष बाद भी तैयार नहीं हो पाया है। इसके लिए मध्य प्रदेश में ट्रस्ट तैयार किया गया, जिसे रोड मैप तैयार करने की जिम्मेदारी भी दे दी गई, लेकिन मामला जहां का तहां अटका हुआ है। ये प्रोजेक्ट कांग्रेस और भाजपा दोनों के लिए कई बार से चुनावी स्टेट बना हुआ है। चुनाव से पहले दोनों राजनीतिक दल इस प्रस्ताव पर हवा देना शुरु कर देते हैं। हालात यह हैं कि मामला 14 वर्षों से सुर्खियों में तो आता है, फाइलें आगे नहीं बढ़ पाती हैं। श्रीरामचंद्र पथ गम ट्रस्ट को बैठक कर धर्म के जानकारों और शोधार्थियों की एक कमेटी भी बनाना है, जो यह तय करेगी कि भगवान राम मध्यप्रदेश में किस रासते से होकर निकलते थे। इसके ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व को भी चिंतित किया जाएगा। इन स्थलों का इंफ्रास्ट्रक्चर संस्कृति और अंतस जुड़ाव पर काम किया जाएगा। इस क्षेत्र का विकास किया जाएगा और जगह जगह उस स्थल के महत्व के शिलालेख किए जाएंगे।
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