पर प्रकाश डाला गया
- हरियाणा में कुल 90 पर्यटक हैं
- 1 अक्टूबर को एक ही चरण में होगी वोटिंग
- 4 अक्टूबर को जेके के साथ आएँ परिणाम
ब्यूरो, चंडीगढ़ (हरियाणा चुनाव 2024)। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस में बढ़त हो सकती है। वैध, अलोकतांत्रिक यादव हैं कि कांग्रेस हरियाणा की कुछ समाजवादी पार्टी के लिए रवाना हो गई है, जबकि हरियाणा कांग्रेस के नेता इसे साफ खारिज कर रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने हरियाणा की 3 से 5 मिनिट पर भर्ती की है। ये श्रद्धालु मुस्लिम और यादव बहुसंख्यक हैं। दक्षिण हरियाणा की सदस्यता के लिए अखिलेश यादव ने कांग्रेस के संगठन महासचिव वेणुगोपाल से चर्चा की है।
हालांकि, अभी तक कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भंडारी सिंह का सासा कहना है कि समाजवादी पार्टी के साथ बैठकर कोई बात साझा नहीं की गई है।
बकौल फिल्म, समाजवादी पार्टी हो, या आम आदमी पार्टी, इनमें से राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस का गठबंधन (भारत) है, लेकिन राज्य में नहीं। यही कारण है कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा का चुनाव पूरी तरह से अपने दम पर लड़ेगी।
उत्तर प्रदेश चमत्कार पर ऐसा ही असर
- कांग्रेस और सपा के बीच हरियाणा में विपक्ष के बीच बात नहीं बनी, तो इसका असर उत्तर प्रदेश की राजनीति पर भी पड़ेगा।
- उत्तर प्रदेश में शीघ्र ही ज्वालामुखी होते हैं और वहां कांग्रेस कुछ पदयात्रा पर अपने उद्बोधन कोना चाहती है।
- कांग्रेस का कहना है कि समाजवादी पार्टी को हरियाणा में सीट नहीं मिल सकती, क्योंकि वह राज्य में हैं।
- इस पर समाजवादी पार्टी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस भी उत्तर प्रदेश में इतनी मजबूत नहीं है कि विधानसभा की लड़ाई हो।
कांग्रेस बनाम सपा… जानिए क्या होगा
अब सब कुछ कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व पर है। सोनिया गांधी और राहुल गांधी का ही फैसला है कि एसपी को हरियाणा में दर्शन दिया जाए या नहीं। हालाँकि, दोनों तरफ का खतरा है।
: हरियाणा सूप के साथ में बोल्टी चलती हैं, तो स्थानीय नेताओं में वोट का खतरा है। यदि एसपी को सीट नहीं दी गई तो उत्तर प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस को झटका लग सकता है।