पर प्रकाश डाला गया
- पुणे में ‘सच के मित्र वरिष्ठ’ अभियान का आयोजन
- वरिष्ठ नागरिकों को फ़र्ज़ी पोस्ट से भागने का प्रशिक्षण
- 15 राज्यों में 50 शहरों में जागरूकता कार्यक्रम
पुणे। वेजिटेबल न्यू मीडिया की फैंटम स्टूडियो टीमें मस्कास न्युज अपने ‘सच के फ्रेंड सीनियर्स’ अभियान के तहत रविवार को पुणे में चल रही हैं। कार्यक्रम को आयोजन न्युज मीडिया के एसोसिएटेड काउंसिल प्रेसीडेंट एवं एसोसिएट प्रमुख राजेश उपाध्याय और इन स्टूडियो न्युज के सीनियर एसोसिएट अमेरीका कपूर ने संबोधित किया। कार्यक्रम के अंत में महासभा एनन्यू मीडिया के सीनियर एसोसिएट मंयक शुला ने सभी साथियों के साथ मिलकर भविष्य में शांति से जुड़े रहने के लिए कहा।
वायरल हो रही फ़र्ज़ी पोस्ट से बचाव उद्देश्य
विश्वास न्युमीडिया के एसोसिएटिव प्रेसीडेंट और एसोसिएट इन प्रमुख राजेश उपाध्याय ने कार्यक्रम की शुरुआत में ‘सच के फ्रेंड्स सीनियर्स’ अभियान के बारे में विस्तार से बताया कि इस मीडिया कार्यक्रम का उद्देश्य वैरी कांस्टीट्यूशनल जनरलों को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही फर्जी पोस्ट सेव है. वेरी मुवक्किल नागरिक अपना काफी समय कमाते हैं। ऐसे में बनाए गए डॉक्यूमेंट्री पोज़ में फिल्मांकन या फिल्मांकन वाले लिंक का उपयोग आसानी से किया जा सकता है। हालाँकि, आप खुद को आजमा सकते हैं।
फैक्ट्री टूल्स से मिल सकते हैं संदिग्ध खबरों का पता
ट्रेनिंग में सीनियर एसोसिएट्स मैरिएन कपूर ने विस्तार से फैक्ट स्टूडियो टूल्स और जेनेरेटिव आर्किटेक्चर के बारे में जानकारी दी। मिथक ने कहा कि यदि किसी ने भी आपको सूचित किया है कि वह संदिग्ध है, तो उसके बारे में कीवर्ड से Google पर ओपन सर्च किया जा सकता है। इससे उनकी असली तस्वीर तक पहुंचा जा सकता है। इससे आपको वायरल मैसेज की सच्चाई पता चलेगी।
साथ ही उन्होंने उदाहरण के तौर पर मीडिया से वायरल स्टॉक पर गूगल टूल की मदद से जांच करना भी सिखाया। कार्यक्रम के अंत में रावण ने कहा कि चुनाव के दौरान कई फर्जी और साहसिक पोस्ट वायरल हो गए हैं। फैक्ट्री टूल्स की मदद से उनकी जांच करके आप फ़ोर्ड व क्रैडल रिलैक्स को डीजिटल से रोक सकते हैं और फैक्ट स्टूडियो का फ़र्ज़ खेल सकते हैं।
15 नौकरों में कार्यक्रम
महा नेपोलियन के स्थान पर, यह कार्यक्रम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी आयोजित किया जाता है। वल्कस न्युज अपने मीडिया साहित्य अभियान के तहत 15 राज्यों के 50 शहरों में बुजुर्गों और अन्य नागरिकों को मिस-इन फॉर्मेशन के खिलाफ सक्रिय भूमिका निभाने के लिए प्रशिक्षित कर रही है। गूगल न्यूज इनीशिएटिवा की ओर से पहले चरण में माइका के सहयोग से विश्वास न्यूज के इस अभियान का उद्देश्य समाज को फिल्मांकन से लेकर अंतिम संस्कार तक की तैयारी के लिए उन्हें फैक्ट चेक की जानकारी से रूबरू कराना है।
‘सच के मित्र-सीनियर्स’ अभियान के बारे में
‘सच के मित्र-सीनियर्स’ विश्वास न्यूज की जागरूकता के लिए प्रशिक्षण और मीडिया अभियान है। विश्वास न्यूज जनरल ग्रुप की फैक्ट्री टीम है, जो अब तक करीब छह करोड़ से अधिक नागरिकों को जागरूकता अभियान से जोड़ चुकी है। विश्वास न्यूज टीम इंटरनेशनल फैक्टर नेटवर्क (पीएसीएन) और गूगल न्यूज इनीशिएटिव के साथ फैक्टर स्टूडियो और मीडिया साहित्य पर 2018 से काम कर रही है।