पर प्रकाश डाला गया
- फोर्ब्स रहने से बचा सकते हैं फाइनेंसियल घपले से
- डिजिटल मीडिया के दौर में तालाबंदी की दवा
- तेजी से बढ़ रहे हैं डिजिटल अरे माइक्रोसॉफ्ट के मामले
नासिक। मोबाइल के बढ़ते इस्तेमाल के साथ-साथ साइबर क्राइम के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। इसके साथ ही अविश्वसनीय पोस्ट भी शेयर की जा रही हैं। इसके प्रति लोगों को एकजुट करने के मकसद से विश्वास न्यूज की तरफ से ‘सच के मित्र-सीनियर्स’ के तहत 12 नवंबर को महाराष्ट्र के नासिक के लोगों के लिए वेबिनार का आयोजन किया गया।
गॉडफादर न्यू मीडिया के फैक्ट फैक्ट विश्विद्यालय विश्वास न्यूज के इस ऑनलाइन कार्यक्रम की शुरुआत डिप्टी एसोसिएट एवं फैक्ट चेकर पीएवी मिश्रा ने की। उन्होंने कहा कि डिजिटल मीडिया इस दौर में मंदी की चपेट में है। जांच-पड़ताल कर ही आगे बढ़ना चाहिए।
इसके लिए उन्होंने रोचक उदाहरणों के माध्यम से Google Chrome और Google कीवर्ड के बारे में जानकारी दी। पल्लवी ने गूगल टेलीकॉम का डेमो देते हुए बताया कि इसमें फोटो अपलोड करने से लेकर तस्वीरें अपलोड करने तक की संबंधित जानकारी सामने है। उन्होंने इसी तरह सर्च किया Google कीवर्ड से करने का उपाय भी। इसके अलावा पल्लवी ने महाराष्ट्र में होने वाले चुनाव को देखते हुए लोगों से क्रांतिकारी नेता बनने की भी अपील की।
कार्यक्रम के दौरान डिप्टी एसोसिएट्स एवं फैक्ट चेकर शरद प्रकाश अस्थाना ने नेवियन फ्रॉड के प्रवेश और उद्घाटन समारोह के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल एस्टेट के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में रहने पर रोक की जरूरत है, क्योंकि कोई भी सरकारी एजेंसी इस तरह की ऑनलाइन जांच नहीं करती है।
ऐसा ही एक मामला 1930 में सामने आया, कॉल करें या साइबर डॉट जियो डॉट इन पर शिकायत करें। फ्री रिचार्ज का विक्रयकर्ता साइबर अपराधी फिशिंग लिंक्स लोकप्रिय हैं। ऐसे संदिग्ध मैसेज के लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए। इसके अलावा शरद ने होटल के फायदे और मृत मृतकों के बारे में डीपफेक वीडियो के बारे में भी बताया।
15 राज्यों में कार्यक्रम
झारखंड और महाराष्ट्र से पहले यह मीडिया कार्यक्रम राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी आयोजित किया जा चुका है। मर्चेंडाइज न्युज अपने मीडिया साहित्य अभियान के तहत 15 राज्यों के 50 शहरों में बुजुर्गों और अन्य नागरिकों को सम्मानित पदों पर शिक्षा के बारे में प्रशिक्षण दे रही है।
‘सच के मित्र-सीनियर्स’ अभियान के बारे में
‘सच के मित्र-सीनियर्स’ विश्वास न्यूज की जागरूकता के लिए प्रशिक्षण और मीडिया अभियान है। विश्वास न्यूज जनरल ग्रुप की फैक्ट्री टीम है, जो अब तक करीब छह करोड़ से अधिक नागरिकों को जागरूकता अभियान से जोड़ चुकी है। विश्वास न्यूज टीम इंटरनेशनल फैक्टर नेटवर्क (पीएसीएन) और गूगल न्यूज इनीशिएटिव के साथ फैक्टर स्टूडियो और मीडिया साहित्य पर 2018 से काम कर रही है।