‘मथुरा और वृंदावन के प्रसाद में भी किया जाता था मिलावटी खोया का इस्तेमाल’… डिंपल यादव ने लगाए गंभीर आरोप

'मथुरा और वृंदावन के प्रसाद में भी किया जाता था मिलावटी खोया का इस्तेमाल'... डिंपल यादव ने लगाए गंभीर आरोप
डिम्पल यादव प्रोटोटाइप से न्यूनतर हैं।

पर प्रकाश डाला गया

  1. अगेन के लड़कों में घी का इस्तेमाल करने का आरोप
  2. मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछली जगन सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
  3. सोमवार को संपूर्ण परिसर के शुद्धिकरण के लिए महाशांति होम का आयोजन किया गया

एजेंसी, लखनऊ (मथुरा वृन्दावन प्रसाद)। भगवान के मंदिर में स्थित मंदिर में घी वाले घी के लोधी का प्रसाद बांटे जाने के विवाद के बीच उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सांसद डिंपल यादव ने बड़ा बयान दिया है। डिंपल यादव के मुताबिक, मथुरा और वृंदावन के प्रसाद में भी घटिया किस्म के खोया (मावा) का इस्तेमाल किया जाता है।

समाचार एजेंसी एएनआई के बयान में डिंपल ने कहा, मंदिरों में लोगों की आस्था का समावेश है। ऐसा नहीं होना चाहिए. हमने सुना है कि वृन्दावन में भी प्रसाद के रूप में ख़राब खोये का प्रयोग किया जाता है। प्रदेश सरकार की इसकी जांच होनी चाहिए। यह आस्था का प्रश्न है।

जैन में हुआ महाशान्ति होम

  • इस बीच, सागर में सोमवार को महाशांति का घर आया। पंडितों और पुजारियों ने पूरे मंदिर परिसर में पवित्र जल का निर्माण किया।
  • मंत्रोच्चारण के साथ ही धूप भी देखी गई। उस रसोई में शुद्धिकरण किया गया, जहां प्रसाद के लोध बनाए जाते हैं।
  • प्रातः 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक महाशांति होम चलेगा। जिस स्थान पर भक्तों के लिए भोजन बनता है, वहां भी शुद्धिकरण हुआ।

नईदुनिया_छवि

महाशांति होम क्यों किया जाता है

महा शांति गृह का सीधा संबंध पवित्रता से है। सनातन धर्म का विशेष महत्व है। जहां शुद्धिकरण की आवश्यकता होती है, वहां महा शांति का घर होता है। इस दौरान विशेष मंत्रों के उच्चारण के साथ पवित्र जल का उच्चारण किया जाता है और धूप से वातावरण की नकारात्मकता को दूर किया जाता है।

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