पर प्रकाश डाला गया
- शुक्रवार रात करीब सात बजे दोपहर हुई घटना।
- बिजली असोसिएटव लैपटॉप। शॉर्ट सर्किट से लगी आग।
- देखते ही देखते वार्ड में ही स्मोक हो गया।
एजेंसी, निगम। एक वर्ष से अधिक पुरानी खबर आई सामने शुक्रवार की रात यहां खतरे की रात बन गई। न्यू बॉर्न इंटेंसिव केयर यूनिट में आग लग जाने से 10 नवजात शिशुओं की जलने से मृत्यु हो गया। कुछ बच्चे बुरी तरह झुलसे हुए, जिनमें समाचार लिखे जाने तक बाहर नहीं जा सके।
अचानक हुई इस घटना से किसी को संभलने का मौका नहीं मिला और मौत अपना खूनी खेल खेलती रही। जिन दस्तावेजों को इस दुनिया में आए चांद दिन ही हुए थे, इस तरह से सूखेसत होने की घटना के बारे में जानकर सभी अवाक रह गए हैं।
शुक्रवार की रात आग महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज ने खार बरपा दिया। अचानक आग लगने से निक्कू शब्द में भर्ती 10 नवजात शिशुओं की मृत्यु हो गई। अन्य संख्या अभी और बढ़ने का खतरा है। सेना ने मोर्चा संभाल लिया है।
सीएम योगी ने 12 घंटे की आरामदायक रिपोर्ट के लिए कंपनी को मॉक पर भेजा
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राइवेट मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुए हादसे का स्मारक बना लिया है।
- उन्होंने प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों को जहाज निर्माण पर राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
- उन्होंने कहा कि इस कार्य में पर्याप्त संख्या में फायर ब्रिगेड की तैनाती शामिल है। निर्देशित किया गया कि चमत्कार का चारित्रिक उपचार किया जाए।
- उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री राजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य मित्र मंडली हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने मंडली के 12 घंटे के कार्यक्रम के संबंध रिपोर्ट में निर्देश के निर्देश दिए हैं।
मेडिकल कॉलेज के निक्कू (न्यू बोर्न इन्टेसिव केयर यूनिट) वार्ड में लगभग एक बच्चे से अधिक बच्चों को गहन चिकित्सा में रखा गया है। रात करीब 10.40 बजे अचानक आग लग गई। दारू का गुबार देखें छुट्टियों की भर्ती बच्चों को गोद में लेकर कूदें।
विशेष महिलाओं को लेकर दौड़ें
- विशिष्ट महिलाएं भी लेकर लोग दौड़ीं, लेकिन सजावट और आग के कारण कोई आगे नहीं बढ़ पा रहा था। चारों तरफ चीख पुकार मचने लगी। इसी के बीच विद्युत् संरचनात्मक बाधा हो गई।
- आग लगने की सूचना पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाडि़यों, पुलिस बल और जिला प्रशासन के ठिकानों पर पहुंची। फ़ायरमिरॉच ने वर्ड की विंडो का काँच फ़्लोरिडा में प्रवेश किया।
- उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए सेना के हथियारों ने मोर्चा संभाल लिया है। सेना और फायर ब्रिगेड ने आग पर फिजियो पा लिया है।
- अपर पोर्टफोलियो वित्त एवं राजस्व वरुण सहित पांडे अन्य अधिकारी मशीनरी की स्थिति पर नजर रखी जाती है।
सीएम ने डिप्टी सीएम रीडर और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य से बातचीत की
महारानी मेडिकल कॉलेज में देर रात 10 बच्चों की मौत के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य मंत्री के रूप में डॉक्टर और मुख्य सचिव स्वास्थ्य को अस्पताल में भर्ती कराया। वहीं, मंडलायुक्त एवं उप पुलिस महानिरीक्षक को दुर्घटना की जांच कर 12 सदस्यों की रिपोर्ट के निर्देश दिए गए हैं।
बस्तियाँ नहीं आया काम, 6 मिस्त्री आतिशबाजी ने बनाया आग
- महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज प्रदेश के पुराने मेडिकल शिक्षण छात्रों में से एक है और मप्र एवं यूपी के बुंदेलखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा चिकित्सा केंद्र है।
- इसके बावजूद यहां व्यवस्थाएं टूटी-फूटी रहती हैं। निक्कू शब्द में लगी आग ने इन स्मारकों की पोल खोल दी।
- बताया जा रहा है कि जिस समय आग लगी निक्कू शब्द में 50 से अधिक नवजात शिशु भर्ती थे। आग लगने से ही विद्युत धारा बाधित हो गई और चारों ओर धुआं ही धुआं हो गया।
- ताज्जुब की बात यह रही कि वर्ड में लगा सेफ्ट आलेश तक नहीं बजा, जिससे सुरक्षा अकादमी और मेडिकल कॉलेज प्रशासन को हादसे की जानकारी समय से नहीं लग पाई।
- जब आग की लपटें और धुआं देखकर गर्भवती महिलाओं के बाल-बच्चों को गोद में लेकर उतर गए, तब फिल्म के कलाकार-फिल्म और छुट्टी में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई।
एक के बाद एक करके 6 फ़ायर-फ़िल्म मॅक पर सेलेब्रिटी और आग पर भौतिक विज्ञानी पाया गया। उत्तर प्रदेश प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
सेना ने भी फायर गाड़ियों के साथ मिलकर 37 बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन 10 बच्चों ने दम तोड़ दिया। अगर समय रहते एनेस्थिल बज जाता है तो हादसा बड़ा होने से पहले छोड़ा जा सकता था।
जनपद स्थित मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में एक दुर्घटना में बच्चों की मृत्यु अत्यंत दुःख एवं हृदयविदारक है।
जिला प्रशासन और संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि उनके दिव्य दर्शन…
– योगी आदित्यनाथ (@mयोगीआदित्यनाथ) 15 नवंबर 2024