नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने रविवार को सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज की महिला डॉक्टर के बलात्कार और हत्या की जांच के सिलसिले में मुख्य आरोपी संजय रॉय पर झूठ पकड़ने वाला परीक्षण किया। अधिकारी ने बताया कि यह परीक्षण कोलकाता की प्रेसिडेंसी जेल में हुआ, जहां रॉय फिलहाल बंद है।
सीबीआई ने अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में विभिन्न स्थानों पर तलाशी भी ली।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने कोलकाता कार्यालय में कई व्यक्तियों पर पॉलीग्राफ परीक्षण भी किया। उन्होंने बताया कि रॉय पर परीक्षण करीब चार घंटे बाद पूरा हुआ।
शनिवार को आरजीकेएमसीएच के पूर्व प्राचार्य संदीप घोष समेत चार व्यक्तियों का पॉलीग्राफ परीक्षण किया गया।
सीबीआई ने कोलकाता की एक स्थानीय अदालत से रॉय और आरजीकेएमसीएच के पूर्व प्रिंसिपल समेत सात लोगों पर झूठ पकड़ने वाले परीक्षण करने की अनुमति मांगी है। हालांकि इन परीक्षणों के नतीजों को मुकदमे के दौरान सबूत के तौर पर इस्तेमाल नहीं किया जा सकता, लेकिन निष्कर्ष एजेंसी को आगे की जांच के लिए दिशा देते हैं।
दिल्ली स्थित केंद्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) के पॉलीग्राफ विशेषज्ञों की एक टीम, जो कोलकाता आई थी, ने ये परीक्षण किए।
कोलकाता पुलिस के 33 वर्षीय नागरिक स्वयंसेवक रॉय को 10 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था, जिसके एक दिन पहले मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में 31 वर्षीय महिला चिकित्सक का शव मिला था।