किसान आंदोलन: किसानों का दिल्ली कुम्हार, सीमा पार अडायर; राजधानी में लगा भारी जाम

किसान आंदोलन: किसानों का दिल्ली कुम्हार, सीमा पार अडायर; राजधानी में लगा भारी जाम
नई दिल्ली सुरक्षा चौक-चौबंद

पर प्रकाश डाला गया

  1. किसानों ने दिल्ली कुटज, डी.एन.डी.एन.डी., चिल्ला बॉर्डर पर जाम लगाया
  2. किसान नेता राकेश मास्टर ने कहा, समाधान दिल्ली से निकलेगा
  3. किसानों का धरना जारी, नई दिल्ली में सुरक्षा चौक-चौबंद

नई दिल्ली उत्तर प्रदेश के किसान अपनी विभिन्न नदियों को लेकर सोमवार को दिल्ली कूज कर चुके हैं, जिसके कारण दिल्ली सीमा पर तरल पदार्थ के भारी कण गिरे हुए हैं। डी एन डी टी ओ और हिल बॉर्डर पर यातायात बाधित हुआ है। रूट डायवर्जन और पुलिस प्लांट के कारण सेक्टर 15ए से दिल्ली और कालिंदी कुंज से दिल्ली जाने वाले सड़कों पर लंबी कतार लग गई, जिससे लोगों को सुबह से ही भीषण जाम का सामना करना पड़ा।

राकेश राकेश ने कहा- सॉल्यूशन दिल्ली से निकलेगा

2 दिसंबर 2024 को किसानों का दिल्ली कूज जारी है। किसान नेता राकेश मास्टर ने कहा, “किसानों को महामाया स्टूडियो छोड़कर जाना है। किसान दिल्ली जाना चाहते हैं क्योंकि समाधान दिल्ली से ही निकलेगा।” हालांकि, पुलिस किसानों को दिल्ली जाने से रोक रही है।

किसानों की प्रमुख मांगें:

  • किसानों का दावा है कि 10 प्रतिशत आबादी को आवंटित किया जाना चाहिए।
  • किसानों के अधीन भूमि अधिग्रहण को 64.7% अधिक भुगतान दिया जाएगा।
  • 2013 के भूमि अधिग्रहण कानून के तहत बाजार डार का चार गुना स्टॉकिस्ट मिले।
  • किसानों और उनके बच्चों को 20% प्लॉट और रोजगार के अवसर मिलते हैं।
  • जमीनधर और जमीनहीन किसानों के बच्चों को मुट्ठी में लाभ मिलें और आबादियों का नमक मिल जाए।
  • न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की सर्वोत्तम आपूर्ति की मांग भी की जा रही है।

चिल्ला बॉर्डर पर सीमेंट की स्थिति

किसान आंदोलन के कारण सेक्टर 15ए से चिल्ला बॉर्डर की ओर जाने वाले में भारी जाम की स्थिति बनी हुई है। कंपनी को डायवर्ट कर दिया गया है और चिल्ला रेड लाइट को सिग्नल फ्री कर दिया गया है। बैरिकेडिंग कर दो लेन से सीमेंट लेकर दिल्ली में प्रवेश दी जा रही है।

किसानों का धरना-प्रदर्शन, पुलिस से बातचीत असफल

सेक्टर 95 स्थित दलित प्रेरणा स्थल पर किसानों ने हड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस और अधिकारियों के साथ बातचीत के बावजूद कोई समाधान नहीं निकल पाया, जिसके बाद किसानों ने यहां शांति का निर्णय लिया।

naidunia_image

नई दिल्ली सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद

किसानों के प्रदर्शन का माजरा नई दिल्ली क्षेत्र में बी स्कोइस की धारा 163 लागू किया गया है। पुलिस बल के अतिरिक्त उपकरण की जा रही है, और दर्शन से निगरानी भी की जा रही है। इस बीच, हिल बॉर्डर पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद हैं।

बिना समाधान के वापस नहीं लौटेंगे घर

विरोधियों ने साफ कर दिया है कि जब तक उनकी तलाक का समाधान नहीं होगा, वे घर नहीं लौटेंगे। प्रदर्शन में शामिल एक किसान नेता ने कहा, ”सरकार के पास हमारी मांगें पूरा करने का समय है, अगर वे मान जाएंगे तो हम घर लौट जाएंगे, अन्यथा आगे के कार्यक्रम की घोषणा करेंगे।”

Keep Up to Date with the Most Important News

By pressing the Subscribe button, you confirm that you have read and are agreeing to our Privacy Policy and Terms of Use