नई दिल्ली: फरवरी है, वसंत कोने पर है। यह वर्ष का वह समय है जब आधिकारिक तौर पर सर्दियों का मौसम खत्म हो गया है। सटीक होने के लिए, बसंत पंचमी ग्रीष्मकाल की शुरुआत के अवसर को चिह्नित करती है। इस वर्ष, त्योहार 16 फरवरी मंगलवार को मनाया जाएगा। बसंत पंचमी पूरे उत्तर भारत में अलग-अलग तरीकों और मूड के साथ मनाई जाती है। इस दिन को सरस्वती पंचमी के रूप में भी जाना जाता है, देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। उन्हें ज्ञान, सदाचार, संगीत और ललित कलाओं की देवी माना जाता है। बच्चों की किताबें और अध्ययन सामग्री सरस्वती के चित्र के नीचे रखी जाती है। यह दिन स्कूलों और कॉलेजों में एक बड़े कार्यक्रम के रूप में भी मनाया जाता है। छात्रों को अक्सर देवी को प्रार्थना और फूल चढ़ाते हुए सरस्वती वंदना गाते हुए सुना जाता है। सरस्वती पूजा 2021 मुहूर्त: पंचमी तिथि 16 फरवरी को सुबह 3:36 बजे शुरू होगी और अगले दिन सुबह 5:46 बजे समाप्त होगी। देवी सरस्वती की पूजा क्यों की जाती है? सरस्वती को ज्ञान और कला की देवी माना जाता है। वर्ष के इस समय के दौरान उनका आशीर्वाद मांगना शुभ माना जाता है। उसे एक सफेद साड़ी में चित्रित किया गया है, जो कमल पर बैठकर सच्चाई और पवित्रता का प्रतीक है। ये कुछ ऐसे गुण हैं जिन्हें हर कोई आत्मसात करना चाहता है, इसलिए देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। सरस्वती पूजा का महत्व हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब भगवान ब्रह्मा ने ब्रह्मांड का निर्माण किया, तो वे इसे अपनी आँखों से देखना चाहते थे। बाद में वह एक यात्रा पर निकल पड़ा, जहाँ उसने सभी को अकेला और चुप पाया। फिर उसने अपने कमंडल से थोड़ा पानी छिड़का, और एक देवदूत के अनुरोध पर एक वाद्य बजाया। इस स्वर्गदूत को देवी सरस्वती माना जाता था, जिन्होंने अपने संगीत से पृथ्वी के लोगों को आशीर्वाद दिया। वसंत को विवाह, गृहप्रवेश और ऐसे अन्य अवसरों के लिए एक शुभ समय माना जाता है। पीले रंग के कपड़े लोगों द्वारा पहने जाते हैं, जबकि खिचड़ी जैसे पीले रंग के भोजन को भोजन के रूप में खाया जाता है। ।
Nationalism Always Empower People
More Stories
लाइव अपडेट | लातूर शहर चुनाव परिणाम 2024: भाजपा बनाम कांग्रेस के लिए वोटों की गिनती शुरू |
भारतीय सेना ने पुंछ के ऐतिहासिक लिंक-अप की 77वीं वर्षगांठ मनाई
यूपी क्राइम: टीचर पति के मोबाइल पर मिली गर्ल की न्यूड तस्वीर, पत्नी ने कमरे में रखा पत्थर के साथ पकड़ा; तेज़ हुआ मौसम