अयोध्या मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में टलने के बाद से ही राम मंदिर को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है. इन सबके बीच खबर है कि योगी सरकार अयोध्या में 151 मीटर ऊंची राम की तांबे की प्रतिमा बनवाने जा रही है. इससे पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि दिवाली पर वह बड़ी खुशखबरी लेकर अयोध्या जा रहे हैं.
वहीं शुक्रवार को उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने दावा किया कि मुख्यमंत्री के साथ बड़े संत भी हैं. निश्चित रूप से उन्होंने अयोध्या के लिए योजना बनाई है. दिवाली पर खुशखबरी का इंतजार करिए मुख्यमंत्री के हाथों वह योजना सामने आएगी कि तो उचित होगा. योगी ने यह भी कही था कि संत समाज तो धैर्य रखने वाला है, उन्हें थोड़ा और धैर्य रखने की जरूरत है. इधर राम मंदिर के मसले पर तेजी आई है आरएसएस समेत हिंदूवादी संगठनों ने आक्रामक रुख अपना लिया है.
राम मंदिर के लिए 1992 जैसा बड़ा आंदोलनः संघ
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह भैयाजी जोशी ने शुक्रवार को कहा कि जरुरत पड़े तो फिर से 1992 की तरह राम मंदिर के लिए आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर इंतजार काफी लंबा हो गया है.
भैयाजी जोशी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस तरीके से राम मंदिर पर फैसला दिया उसे हम सब चकित हैं और इस टिप्पणी से हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है. उन्होंने कहा कि राम मंदिर को लेकर 30 साल से आंदोलन चल रहा है और कोर्ट को हिन्दुओं की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए.
राम मंदिर के लिए अध्यादेश के सवाल पर जोशी ने कहा कि अध्यादेश पर फैसला सरकार को करना है. उन्होंने कहा कि राम सबके हृदय में रहते हैं पर वो प्रकट होते हैं मंदिरों को द्वारा. उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं मंदिर बने.
आधी रात को भागवत से मिले अमित शाह
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को रात दो बजे मुंबई के रामभाऊ महालगी प्रबोधनी में संघ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात की. इस दौरान संघ प्रमुख और शाह के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई. माना जा रहा है कि राम मंदिर और लोकसभा चुनाव को लेकर चर्चा हुई है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बुधवार को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के शीर्घ निर्माण के लिए अध्यादेश लाने या कानून बनाने की अपनी मांग को दोहराया था. आरएसएस के संयुक्त महासचिव मनमोहन वैद्य ने कहा था कि राम मंदिर का निर्माण राष्ट्रीय गौरव का विषय है और अभी तक अयोध्या विवाद का हल अदालतों में नहीं निकला है.
डॉ. मनमोहन वैद्य ने कहा था कि अब सरकार को चाहिए कि राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण कर काम शुरू किया जाए और राष्ट्र के गौरव को बहाल करना चाहिए. वैद्य की यह टिप्पणी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के तीन दिवसीय अखिल भारतीय कार्यकारिणी मंडल के मद्देनजर आई है जिसका उद्घाटन आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने किया था.
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