बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कृषकों से जलवायु के अनुकूल कृषि अपनाने की अपील करते हुए आज कहा कि इससे न केवल उनकी लागत में कमी आती है बल्कि उन्हें लाभ भी होता है.
कुमार ने सोमवार को यहां एक, अणे मार्ग स्थित ‘नेक संवाद’ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल-जीवन-हरियाली / बिहार अभियान के तहत जलवायु के अनुकूल कृषि कार्यक्रम के अंतर्गत 30 जिलों में प्रथम वर्ष एवं आठ जिले में द्वितीय वर्ष के कार्यक्रम का शुभारंभ करने के बाद कहा कि कृषि क्षेत्र के विकास के लिए उनकी सरकार ने कई काम किए हैं.
कृषि रोडमैप की शुरुआत वर्ष 2008 की गई और अभी तीसरा कृषि रोडमैप चल रहा है. इससे कृषि क्षेत्र में उत्पादन और उत्पादकता दोनों बढ़ी है. राज्य में 76 प्रतिशत लोगों की आजीविका का आधार खेती है. प्रदेश में बाढ़ और सुखाड़ की स्थिति निरंतर बनी रहती है. मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाने से किसानों को काफी लाभ होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि विभाग ने जलवायु के अनुकूल कृषि कार्यक्रम के कार्यान्वयन के लिए सभी जिले के पांच-पांच गांवों का चयन किया है.
इससे किसान जागरूक और लाभान्वित होंगे. उन्होंने कहा कि जलवायु के अनुकूल कृषि से किसानों की लागत में कमी आती है और उन्हें अधिक लाभ होता है.
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