चीन से तनातनी के बीच गुरुवार को भारत को एक और बड़ी कामयाबी हासिल प्राप्त हुई है। भारत ने आज डीआरडीओ द्वारा विकसित नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (Nag Anti-Tank Guided Missile) का अंतिम परीक्षण एक वारहेड के साथ सफलतापूर्वक किया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा निर्मित इस देसी मिसाइल का परीक्षण पोखरण में गुरुवार सुबह 06.45 बजे किया गया। सीमा पार जारी तनाव के बीच इन मिसाइलों का परीक्षण खासा अहम माना जा रहा है।
बता दें कि यह लेटेस्ट मिसाइल बड़े टैंक्स को भी किसी भी मौसम में निशाना बना सकती है। कई खूबियों के अलावा इसमें इंफ्रारेड भी है, जो लॉन्च से पहले टारगेट को लॉक करता है। इसके बाद नाग अचानक ऊपर उठती है और फिर तेजी से टारगेट के एंगल पर मुड़कर उसकी ओर चल देती है। लक्ष्य भेदने की इसकी क्षमता काफी सटीक है।
नाग एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल डीआरडीओ की स्वदेशी वारहेड की सूची में शामिल हो गई है। पिछले डेढ़ महीने में, डीआरडीओ ने कम से कम 12 मिसाइल परीक्षण या सिस्टम परीक्षण किया है, जो मिसाइलों की मदद से लड़ाकू आवश्यकताओं को पूरा करता है।
इससे पहले भी नाग मिसाइल के कई अन्य ट्रायल हो चुके हैं। हर बात कुछ नया इसमें जोड़ा जाता रहा है। साल 2017, 2018 और 2019 में अलग-अलग तरीके की नाग मिसाइलों का परीक्षण हो चुका है। ये वजन में काफी हल्की होती है, लेकिन इसके बावजूद दुश्मन के टैंक समेत अन्य सैन्य वाहनों को सेकेंडों में समाप्त कर सकती है।
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