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कोरोना का खतरा बरकरार दुनियाभर में, कुछ देशों में फिर से लगा लॉकडाउन

कोरोना की वजह से दुनियाभर में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जहां एक तरफ दुनिया के कई देशों की अर्थव्यवस्था लॉकडाउन की वजह से चरमराई हुई है तो वहीं अब कोरोना के बढ़ते मामलों ने कुछ देशों को फिर से लॉकडाउन लगाने को मजबूर कर दिया है। बता दें कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देकते हुए दुनिया कई देश फिर से लॉकडाउन की तरफ लौट रहे हैं। पूरी दुनिया में लगभग कोरोना से 4 करोड़ लोग संक्रमित हो चुके हैं। अकेले अमेरिका में कोरोना वायरस के 80 लाख मामले सामने आए हैं। दूसरी तरफ शुक्रवार को विश्व के कोरोना आंकड़ों में 40 हजार की वृद्धि देखी गई, जिसने एक दिन में बढ़ने वाले सबसे ज्यादा मामलों का रिकॉर्ड बना लिया। इसके अलावा यूरोप में इटली और जर्मनी से लेकर पुर्तगाल तक कोरोना के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए गए, जिसके कारण कुछ देशों को फिर से लॉकडाउन लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा।बता दें कि कोरोना का ही असर है कि, लंदन के रहने वाले लोगों को दूसरे लोगों के घर आने-जाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा और पेरिस और आठ अन्य प्रमुख फ्रांसीसी शहरों के निवासियों को चार सप्ताह के लिए सुबह 6 बजे से लेकर रात के 9 बजे तक अपने घरों में रहने के लिए सीमित कर दिया जाएगा। स्पेन ने 6,591 मामले दर्ज किए और इटली ने रिकॉर्ड 10,010 मामले दर्ज किए जबकि बेल्जियम सोमवार से चार सप्ताह के लिए रेस्तरां बंद कर देगा।

शुक्रवार को फ्रेंच सीनेट के प्रेस कार्यालय ने कहा कि आठ फ्रांसीसी सीनेटरों ने कोविड -19 के लिए सकारात्मक परीक्षण किया है। सीनेटरों में से एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्र के 348 सीनेटरों में से 125 के बीच एक परीक्षण अभियान में मामलों का पता लगाया गया था। देश में शुक्रवार को 25,086 नए कोरोनोवायरस मामले सामने आए। वहीं शनिवार को संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने कोरोना महामारी के बीच कई देशों की गुटबाजी को लेकर कहा कि एक विभाजित दुनिया महामारी से लड़ने की चुनौती के लिए “विफल” रही है, और लाखों लोगों को गरीबी में धकेलने से रोकने के लिए ठोस कार्रवाई का आह्वान किया।