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अब साइबर ठगों की खैर नहीं! मोदी सरकार बनाएगी साइबर कमांडो की फौज

10 09 2024 cyber commando

सरकार का प्लान तैयार करने के लिए साइबर ठगों से निकाली गई रकम (फोटो)

पर प्रकाश डाला गया

  1. अगले पांच साल में 5,000 साइबर कमांडो असिस्ट।
  2. अमित शाह ने नई साइबर सुरक्षा परिभाषा की घोषणा की।
  3. होटल की मदद से साइबर अपराध रोकथाम पर जोर दिया गया है।

डिजिटल डेस्क, रेस्तरां। आर्टिफिशियल इंस्टीट्यूट (स्टार्टअप) के बाद से साइबर धोखाधड़ी बहुत बढ़ गई है। उसका इस्तेमाल कर थॉग लोगों को अपना शिकार बनाने में कर रहे हैं। अब केंद्र की मोदी सरकार ने कमर कसने के लिए इस परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। अगले पाँच वर्षों में पाँच हज़ार कमांडो की स्मार्च होगी। यह साइबर फ़्रॉड से आरंभिक प्रशिक्षण होगा। साइबर अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई होगी।

गृह एवं वाणिज्य मंत्री अमित शाह ने साइबर कमांडो के अलावा कई नई योजनाओं की घोषणा की, जिससे साइबर कमांडो पर नकेल कसी जा सके। उन्होंने साइबर फ़्रॉड मिटिगेशन सेंटर (सीएफ़एमसी), साइबर क्राइम की जांच में सहयोग के लिए मंच और संदिग्ध साइबर इंजीनियरों की राष्ट्रीय रजिस्ट्री का विमोचन किया। शाह ने कहा कि साइबर सुरक्षा अब राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है।

सहयोग और पर जोर

अमित शाह ने कहा कि साइबर अपराधियों के लिए राज्यों और शिक्षाओं के बीच सहयोग बहुत जरूरी है। साइबर अपराध राज्य की सीमा से परे होते हैं। ऐसे में एक राष्ट्रीय रजिस्ट्री बनवानी होगी, जिससे जांच में मदद मिलेगी। सीएफएमसी की मदद से कई मस्जिदों और तटों के बीच समन्वय स्थापित किया जाएगा, जिससे साइबर अपराध के डेटा का संग्रह किया जा सकेगा।

आर्टिस्टिक फिजियोलॉजी की मदद लें

शाह ने कहा कि साइबर क्राइम पर रोक लगाने के लिए आर्टिफिशियल असिस्टेंट की मदद ली जा सकती है। इस्सिएस्ट्री की एसोसिएशन का विश्लेषण किया जा सकता है। साइबर अपराध के प्रति लोगों को विशेषज्ञ बनाना होगा, इसलिए मोबाइल नंबर 1930 को लोकप्रिय बनाने की जरूरत है।

डिजिटल लेन-डेन से बढ़ा हुआ साइबर फ्रॉड का खतरा

देश में इंटरनेट का उपयोग करने वाले बढ़ रहे हैं। अब डिजिटल का लेन-देन हर कोई कर रहा है। देश में प्रतिदिन 20.27 डीजे डेटा का उपयोग हो रहा है। ऐसे में साइबर सिक्योरिटी की आवश्यकता और भी महत्वपूर्ण हो गई है।