गुजरात में द्वारका-शारदा पीठ के शंकराचार्य और उत्तराखंड में ज्योतिष पीठ स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती का 11 सितंबर को मध्य प्रदेश में उनके आश्रम में निधन हो गया।
निरंजनी अखाड़ा सचिव और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने दावा किया कि अविमुक्तेश्वरानंद की शंकराचार्य के रूप में नियुक्ति नियमों के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि शंकराचार्य की नियुक्ति की एक प्रक्रिया है और इस मामले में इसका पालन नहीं किया जाता है।
पुरी ने कहा कि नए शंकराचार्य की नियुक्ति की रणनीति तय करने के लिए जल्द ही सभी सात संन्यासी अखाड़ों की बैठक बुलाई जाएगी।
अविमुक्तेश्वरानंद को कथित तौर पर स्वामी स्वरूपानंद द्वारा तैयार की गई वसीयत के आधार पर नया शंकराचार्य घोषित किया गया था।
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